एक-दो या 10… कितने पार्टनर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने पर हो सकता है एड्स?

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टेक्सास में प्रैक्टिस कर रहे डॉ. हुसाम इसा के मुताबिक, शारीरिक संबंध बनाने के दौरान HIV का ट्रांसमिशन उस वक्त होता है, जब HIV से इंफेक्टेड व्यक्ति के फिजिकल फ्लूड जैसे ब्लड, स्पर्म, वजाइनल डिस्चार्ज या रेक्टल फ्लूड गैर-संक्रमित व्यक्ति के ब्लड फ्लो में एंट्री करते हैं.

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि HIV या एड्स का खतरा सिर्फ पार्टनर्स की संख्या पर निर्भर नहीं करता है. इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, जैसे कंडोम का इस्तेमाल, साथी का HIV स्टेटस और अन्य यौन संचारित रोगों (STIs) आदि.

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि HIV या एड्स का खतरा सिर्फ पार्टनर्स की संख्या पर निर्भर नहीं करता है. इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, जैसे कंडोम का इस्तेमाल, साथी का HIV स्टेटस और अन्य यौन संचारित रोगों (STIs) आदि.

Journal of Infectious Diseases में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक, हर बार शारीरिक संबंध बनाने के दौरान HIV ट्रांसमिशन का खतरा अलग होता है. अगर बिना कंडोम के एनल सेक्स करते हैं तो हर बार संपर्क में आने पर 1.38 पर्सेंट प्रति कनेक्शन खतरा होता है. वहीं, वजाइनल सेक्स के दौरान यह खतरा 0.08% प्रति कनेक्शन होता है.

Journal of Infectious Diseases में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक, हर बार शारीरिक संबंध बनाने के दौरान HIV ट्रांसमिशन का खतरा अलग होता है. अगर बिना कंडोम के एनल सेक्स करते हैं तो हर बार संपर्क में आने पर 1.38 पर्सेंट प्रति कनेक्शन खतरा होता है. वहीं, वजाइनल सेक्स के दौरान यह खतरा 0.08% प्रति कनेक्शन होता है.

एक्सपर्ट्स की मानें तो शारीरिक संबंध बनाने के दौरान एचआईवी और एड्स का खतरा पार्टनर्स की संख्या बढ़ने के साथ बढ़ता है, क्योंकि हर नया पार्टनर नया खतरा लेकर आता है. अगर वह एचआईवी पॉजिटिव है तो वह बीमारी को ट्रांसफर कर सकता है.

एक्सपर्ट्स की मानें तो शारीरिक संबंध बनाने के दौरान एचआईवी और एड्स का खतरा पार्टनर्स की संख्या बढ़ने के साथ बढ़ता है, क्योंकि हर नया पार्टनर नया खतरा लेकर आता है. अगर वह एचआईवी पॉजिटिव है तो वह बीमारी को ट्रांसफर कर सकता है.

दिल्ली के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. जतिन आहूजा के मुताबिक, सिर्फ एक पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाना भी खतरनाक हो सकता है. अगर वह एचआईवी पॉजिटिव है तो यह दिक्कत दे सकता है. इसके बाद जैसे-जैसे पार्टनर्स की संख्या बढ़ती है, खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है.

दिल्ली के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. जतिन आहूजा के मुताबिक, सिर्फ एक पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाना भी खतरनाक हो सकता है. अगर वह एचआईवी पॉजिटिव है तो यह दिक्कत दे सकता है. इसके बाद जैसे-जैसे पार्टनर्स की संख्या बढ़ती है, खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है.

अगर आपका एकमात्र पार्टनर HIV पॉजिटिव है और वह एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) पर नहीं है तो हर बार शारीरिक संबंध बनाने पर HIV ट्रांसमिशन का खतरा बना रहता है. The Lancet में पब्लिश मेटा-एनालिसिस के मुताबिक, यदि HIV पॉजिटिव पार्टनर ART पर है और उसका वायरल लोड अनडिटेक्टेबल है तो ट्रांसमिशन का खतरा बेद कम हो जाता है.

अगर आपका एकमात्र पार्टनर HIV पॉजिटिव है और वह एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) पर नहीं है तो हर बार शारीरिक संबंध बनाने पर HIV ट्रांसमिशन का खतरा बना रहता है. The Lancet में पब्लिश मेटा-एनालिसिस के मुताबिक, यदि HIV पॉजिटिव पार्टनर ART पर है और उसका वायरल लोड अनडिटेक्टेबल है तो ट्रांसमिशन का खतरा बेद कम हो जाता है.

Published at : 13 Jul 2025 09:15 AM (IST)

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