Kids Health : क्या मां-बाप की गलती की वजह से बच्चे बार-बार बीमार पड़ जाते हैं. एक टीचर का दावा है कि बच्चों के ज्यादा बीमार होने का कारण है कि उनके पैरेंट्स उन्हें बचपन में किसी भी बैक्टीरिया (Bacteria) के संपर्क में नहीं आने देते हैं. टीचर का यह दावा एक दादी के अपनी नवजात पोती को गोद में लिए हुए वायरल वीडियो के जवाब में आया.
वीडियो में दादी बच्चे के माता-पिता से पूछती है कि क्या उसे उसके सिर के ऊपर चूमने की इजाजत है. इससे पहले कि वह अपना प्रश्न पूरा कर पाती, पैरेंट्स ने इससे इनकार कर दिया. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सचमुच बच्चे किसी बैक्टीरिया के संपर्क में न जाए तो बीमार हो जाते हैं. आइए जानते हैं पूरा मामला…
क्या माता-पिता की गलती से बच्चे हो रहे बीमार
वायरल वीडियो में दादी के बच्चे के चूमने वाले सवाल पर बच्ची की मां कहती हैं कि ‘अगर आपका चेहरा अभी जितना करीब है, उससे ज्यादा नजदीक आता है तो मुझे बच्ची को आपके पास से हटाना होगा.’ टीचर के पति रॉबी हार्वे ने दादी के वीडियो पर अपना रिएक्शन देते हुए कहा कि ‘मेरी पत्नी एक टीचर है और वह कहती है कि पिछले कुछ सालों में ज्यादा बच्चों को बीमार होते देख रही है.’ टीचर की पत्नी का कहना है कि बच्चों के लंबे समय तक बीमार रहने का कारण यह है कि आजकल के पैरेंट्स ने अपने बच्चों को बैक्टीरिया से पूरी तरह से अलग कर दिया है, जिससे उनकी इम्यूनिटी (Immunity) कमजोर हो गई है.
क्या सचमुच बच्चे बैक्टीरिया के संपर्क में आने से बीमार होते हैं
इस वीडियो पर कुछ यूजर्स का रिएक्शन भी देखने को मिला है. उनका कहना है न्यू बॉर्न बेबी का इम्यून सिस्टम उन्हें किसी भी तरह के कीटाणुओं के संपर्क में लाने के लिए बहुत नाजुक होती है.
एक टिकटॉक यूजर ने इस पर लिखा- ‘मेरे 3 महीने के बच्चे को RSV का पता चला और परिवार के एक सदस्य के चूमने के बाद उसे तीन घंटे दूर एक अस्पताल में ले जाया गया, दो दिन तक उसका इलाज चला. इसलिए बच्चों को किस नहीं करना चाहिए.’ वहीं, एक दूसरे यूजर ने लिखा- ‘जब बच्चे छोटे होते हैं, तब भी वे अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित कर रहे होते हैं. मैं अपने दोनों बच्चों के साथ ऐसा ही था जो बीमारी वाले मौसम में पैदा हुए थे. मैं लोगों को उन्हें पकड़ने देता हूं लेकिन उन्हें चूमने नहीं देता.’
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बैक्टीरिया की टेंशन छोड़ें, बच्चे नहीं होंगे बीमार
अन्य यूजर्स ने पैरेंट्स से कहा कि कीटाणुओं की चिंता कम कर वे अपने बच्चों की इम्यून सिस्टम मजबूत बना सकते हैं. एक अन्य यूजर ने लिखा- ‘मेरे बच्चे छोटे हैं, घर में किसानी का काम होता है, वे गंदगी में, जानवरों के साथ ज्यादातर वक्त बिताते हैं. मेरे परिवार का हर सदस्य उन्हें प्यार करता है, किस करता है, उन्हें वही सब खिलाया जाता है, जो हमने खाया है, उन्हें किसी तरह की एलर्जी नहीं है और ना ही उन्हें कभी एंटीबायोटिक देने की जरूरत पड़ी.’ एक और यूजर ने आगे लिखा- ‘मैंने अपने बच्चों को कभी भी परिवार और दोस्तों से दूर नहीं रखा. जन्म से ही, वे लोगों और बैक्टीरिया के आसपास ही रहे. वे शायद ही कभी बीमार होते हैं.’
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किन बच्चों को बीमारी और इंफेक्शन काखतरा ज्यादा
नवजात बच्चों को संक्रमण और बीमारी का खतरा ज्यादा होता है. जॉन्स हॉपकिन्स मेडिसिन ने बताया कि न्यू बोर्न बच्चों को इम्यून सिस्टम विकसित करने का समय नहीं मिलता, इसलिए उनमें बैक्टीरिया और वायरस दोनों से संक्रमण का खतरा ज्यादा रोता है. इसमें सेप्सिस और मेनिनजाइटिस जैसे गंभीर इंफेक्शन शामिल हैं, खासकर इसलिए क्योंकि उन्हें अभी तक वैक्सीन नहीं लगाई गई है. उनका मानना है कि बच्चों को चुमना नहीं चाहिए, उन्हें लेकर साफ-सफाई पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा, “बुखार, बहती नाक, खांसी, दस्त या अन्य लक्षण वाले किसी को भी बच्चे से तब तक नहीं मिलना चाहिए, जब तक कि वे पूरी तरह से ठीक न हो जाएं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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