भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल, टेंशन, पॉल्यूशन और गलत खानपान के कारण कम उम्र में ही चेहरे पर झुर्रियां दिखने लगती हैं. 25 से 30 साल उम्र के लोग भी इस समस्या से जूझते नजर आ रहे हैं. आइए बताते हैं कि कम उम्र में झुर्रियों की समस्या से कैसे निपटा जा सकता है और स्किन को जवां और टाइट रखने के तरीके क्या हैं?
किस वजह से कम उम्र में आ जाती हैं झुर्रियां?
कम उम्र में झुर्रियां होने के कई कारण हैं. इनमें एनवायरनमेंटल, फिजिकल और मेंटल कारण भी शामिल हैं. जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक, यूवी रेज, टेंशन, नींद की कमी और खराब डाइट की वजह से स्किन की कोलेजन और इलास्टिन स्ट्रक्चर को नुकसान होता है. इसकी वजह से स्किन अपनी लोच खो देती है और झुर्रियां दिखने लगती हैं.
ये हैं झुर्रियां आने के बड़े कारण
- यूवी रेज और पॉल्यूशन: सूरज की हानिकारक यूवी रेज और एयर पॉल्यूशन से स्किन की सेल्स को नुकसान होता है. यह कोलेजन और इलास्टिन के टूटने का कारण बनता है, जो स्किन की मजबूती के लिए जरूरी है.
- तनाव और नींद की कमी: मानसिक तनाव और अनियमित नींद के कारण हार्मोनल डिसबैलेंस होता है, जो त्वचा की मरम्मत प्रक्रिया में रुकावट डालता है.
- गलत खानपान: पोषक तत्वों की कमी, विशेष रूप से विटामिन सी, ई और प्रोटीन की कमी से स्किन कमजोर हो जाती है.
- धूम्रपान और शराब: ये आदतें स्किन में ब्लड फ्लो को कम करती हैं और ऑक्सीजन की आपूर्ति को प्रभावित करती हैं.
- स्क्रीन टाइम: लंबे समय तक फोन और कंप्यूटर स्क्रीन के सामने रहने से ब्लू लाइट स्किन को नुकसान पहुंचाती है, जिससे झुर्रियां जल्दी दिखने लगती हैं.
इस तरह टाइट रख सकते हैं स्किन
कई रिसर्च में पता लगा है कि एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन सी से भरपूर डाइट स्किन को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाती है. विटामिन सी कोलेजन प्रॉडक्शन को बढ़ाता है, जो स्किन की लोच बनाए रखता है. इसके लिए सेब, कीवी, अमरूद, पपीता, संतरा, ब्लूबेरी और स्ट्रॉबेरी जैसे फलों का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा पालक, ब्रोकली, लाल गोभी, चुकंदर और बीन्स आदि सब्जियां भी काफी फायदेमंद होती हैं. साथ ही, दही, पनीर, अंडे, मछली और बादाम आदि चीजों से भी स्किन की सेहत बेहतर होती है. वहीं, टमाटर, पालक और पुदीना आदि का जूस स्किन को डिटॉक्स करता है और नैचुरल ग्लो देता है. इसके अलावा पर्याप्त पानी पीना भी स्किन को हाइड्रेट रखने का सबसे आसान तरीका है.
सनस्क्रीन भी करती है मदद
यूवी रेज से स्किन को बचाने के लिए रोजाना SPF 30 या उससे अधिक वाली ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए. इससे न सिर्फ झुर्रियां रुकती हैं, बल्कि सन टैन, पिगमेंटेशन और डार्क स्पॉट्स भी कम होते हैं.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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