Anulom Vilom Benefits: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों की शख्सियत ऐसी हो गई है कि मन लगातार तनाव में रहता है और शरीर तरह-तरह की दौड़ से तंग रहता है. ऐसे में अगर हम अपने दिन की शुरुआत योग और सही खान-पान से करें, तो जीवन में बड़े बदलाव आ सकते हैं. अनुमोल विलोम एक ऐसा योगासन है, जिससे शारीरिक और मानसिक वर्गीकरण से पता चल सकता है.
मन और शरीर दोनों के लिए अद्भुत है अनुलोम विलोम
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अनुसार, अनुलोम विलोम एक बहुत ही अद्भुत योग है. यह प्राणायाम हमारे मन को शांत करता है, ध्यान लगाने से शक्ति प्राप्त होती है और चिंता कम होती है. ऐसा करो समय हमें शांति से धीरे-धीरे धीरे-धीरे सांस लेने और आराम करने की आदत होती है, जिससे तनाव कम होता है और मन में तनाव महसूस होता है. अनुलोम विलोम विधि एक पुरानी योगिक श्वास लेने की विधि है, जिसे ‘नाड़ी शोधन प्राणायाम’ भी कहा जाता है. इसमें एक बार ऊपर नाक से सांस ली जाती है और बाएं नाक से छोड़ी जाती है, फिर बाएं नाक से ली जाती है और ऊपर से छोड़ी जाती है. “अनुलोम” का मतलब होता है सीधी दिशा और “विलोम” का मतलब होता है उल्टी दिशा. यह आदत शरीर की नाड़ियों को साफ करती है और शरीर व मन को संतुलन में लाती है.
अनुलोम विलोम पद्धति का सही तरीका
योग प्रशिक्षक प्रशिक्षु हैं कि अनुलोम विलोम करने के लिए सबसे पहले किसी शांत और साफ जगह पर बैठें. जमीन पर चटाई या जमीन पर आराम से ध्यान की मुद्रा में बैठें और अपनी पीठ सीधी रखें. अब बंद कर लें और पूरा ध्यान अपने सासों पर लगाएं. पहले बाएँ नाक से धीरे-धीरे साँस लें और फिर दाएँ नाक से साँस बाहर छोड़ें. फिर अंतिम नाक से सांस छोड़ें. इसी तरह यह बिना जल्दी, कई बार अस्वीकृत.
मानसिक और शारीरिक लाभ
अनुलोम विलोम पद्धति से मस्तिष्क के तीनों भागों में संतुलन बनता है और नर्वस अर्थात तंत्रिका तंत्र शांत होता है. इससे चिंता और तनाव में काफी आराम मिलता है. यदि प्रतिदिन केवल 5 से 10 मिनट तक इसे किया जाए, तो दिमाग शांत रहता है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है. यह ध्यान लगाने की ताकत और याददाश्त को भी मजबूत करता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ का कहना है कि रोज अनुलोम विलोम करने से ब्लड सैंपल कंट्रोल में रहता है और चेहरा भी चमक जाता है. अगर आपको नींद नहीं आती, शरीर में हमेशा थकान रहती है या दिमाग शांत नहीं रहता, तो ये उपाय बहुत कमाल है. इसे करने से शरीर में ऊर्जा आती है और ताकत भी मजबूत बनती है.
अनुलोम विलोम शास्त्र के फायदे
अनुलोम विलोम एक आसान और प्रभावशाली प्राणायाम है जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है. अगर इसे रोजाना किया जाए तो शारीरिक शांति कम होती है, और मानसिक शांति मिलती है. इससे दिमाग को शांत किया जा सकता है, ध्यान केंद्रित करने से मदद मिलती है और तनाव व चिंता को भी दूर किया जा सकता है. साथ ही मजबूत मजबूत होते हैं, ब्लड दवा नियंत्रक रहते हैं और चेहरे पर भी निखार आता है. कुछ ही मिनटों में नियमित अभ्यास से नींद अच्छी आती है और शरीर में ताजगी बनी रहती है.
सावधानियां और सुझाव
- अनुलोम शास्त्र में कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:
- इसे शांत और निर्मल वातावरण में रखें.
- गर्भवती, दिल के रोगी और उच्च रक्तचाप वाली महिलाएं इसे योग विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही आएं.
- इसे खाने के तुरंत बाद न करें. कम से कम 3-4 घंटे का अंतर होना चाहिए.
- संसार को जबरदस्ती न रोकें. आरामदायक और आरामदायक बनाए रखने के लिए सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया.
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