‘दंगल’ में बबीता फोगाट का किरदार निभाने वाली मशहूर एक्ट्रेस सान्या मल्होत्रा ने हाल ही में अपनी एंडोमेट्रियोसिस की बीमारी के बारे में खुलकर बात की है. उन्होंने बताया कि साल 2024 में उन्हें इस बीमारी का पता चला. इस बीमारी की वजह से वह अपनी फिटनेट को लेकर ज्यादा सजग हुई है. सान्या ने बताया कि इस बीमारी के कारण उनके शरीर में कई सारे हार्मोनल उतार-चढ़ाव हुए हैं.
एंडोमेट्रियोसिस की बीमारी को लेकर WHO ने क्या कहा?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) एंडोमेट्रियोसिस को एक स्त्री रोग संबंधी स्थिति के रूप में समझाता है, जिसमें गर्भाशय गुहा के बाहर गर्भाशय की परत (एंडोमेट्रियल ऊतक) के समान ऊतक की वृद्धि होती है. इससे सूजन, दर्द और बांझपन सहित कई दिक्कतें हो सकती हैं. यह अनुमान लगाया गया है कि प्रजनन आयु की लगभग 6-10% महिलाएं इस स्थिति से पीड़ित हैं, जिसके लक्षण अक्सर किशोरावस्था में शुरू होते हैं.
यह बीमारी कैसे फैलती है?
गुरुग्राम के सीके बिरला अस्पताल में प्रसूति एवं स्त्री रोग निदेशक डॉ. अंजलि कुमार बताती हैं कि गर्भाशय की आंतरिक परत को “एंडोमेट्रियम” कहा जाता है और महिला के मासिक धर्म के दौरान यह परत टूट जाती है और शरीर से बाहर निकल जाती है. हालाँकि, अगर एंडोमेट्रियल जैसी कोशिकाएँ गर्भाशय के बाहर बढ़ती हैं और अन्य अंगों से जुड़ जाती हैं, तो इसे एंडोमेट्रियोसिस के रूप में जाना जाता है. उन्होंने इस स्थिति के बारे में कुछ मुख्य बिंदु भी बताए.
महिलाओं को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित करता है.
भारत में लगभग 10 में से 3 महिलाएँ एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित हैं.
कोशिकाएं फैलोपियन ट्यूब, अंडाशय, आंतों और श्रोणि क्षेत्र में बढ़ सकती हैं.
मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल परिवर्तन के कारण इन संवेदनशील कोशिकाओं में सूजन आ सकती है, जिससे दर्द बढ़ सकता है.
एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण
एंडोमेट्रियोसिस के शुरुआती लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन नीचे कुछ सामान्य संकेत दिए गए हैं.
दर्दनाक पीरियड्स: गंभीर ऐंठन जो मासिक धर्म चक्र से पहले शुरू हो सकती है और पूरे समय तक रह सकती है.
पेल्विक दर्द: पेट के निचले हिस्से या पीठ में लगातार दर्द, जो कभी भी हो सकता है.
भारी रक्तस्राव: मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव या स्पॉटिंग.
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएँ: दस्त, कब्ज, मतली या सूजन जैसे लक्षण, खासकर मासिक धर्म के दौरान.
पेशाब या मल त्याग के दौरान दर्द: मासिक धर्म के दौरान बाथरूम का उपयोग करते समय असुविधा.
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थकान: अत्यधिक थकान जो मासिक धर्म के दौरान उचित आराम से दूर नहीं होती.
गर्भवती होने में कठिनाई: कुछ महिलाओं के लिए बांझपन पहला संकेत हो सकता है.
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