Tulsi Gabbard On Bhagavad Gita: अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड ने सोमवार (17 मार्च, 2025) को कहा कि भगवद् गीता में भगवान कृष्ण के उपदेश चुनौतीपूर्ण और सफल दोनों समय में उनके लिए शक्ति और मार्गदर्शन का सोर्स रही हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ हुए इंटरव्यू में गबार्ड ने हिंदू धर्मग्रंथों के बारे में बात की. उन्होंने कहा, “चाहे दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में युद्ध क्षेत्रों में सेवा करना हो या वर्तमान में हमारे सामने आने वाली चुनौतियां हों, मैं अपने सबसे अच्छे और सबसे बुरे समय में भगवद्गीता में कृष्ण के अर्जुन को दिए गए उपदेशों को याद कर लेती हूं.”
तुलसी गवार्ड ने गीता पर हाथ रखकर ली थी शपथ
तुलसी गबार्ड अमेरिकी सदन के लिए निर्वाचित होने वाली पहली हिंदू अमेरिकी हैं और उन्होंने पवित्र भगवद् गीता पर हाथ रखकर शपथ ली थी. ऐसा करने वाली वो पहली सांसद थीं. हिंदू ग्रंथ गीता की लंबे समय से प्रशंसक रहीं गबार्ड ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे भगवान कृष्ण की ओर से अर्जुन को दी गई शिक्षाएं उनके लिए शक्ति और मार्गदर्शन का स्रोत रही हैं. फिर चाहे वह युद्ध क्षेत्र में हो या अपनी वर्तमान भूमिका की जटिल चुनौतियों का सामना करना हो.
भगवद्गीता को लेकर और क्या बोलीं तुलसी?
तुलसी गबार्ड ने लगातार बैठकों से भरे अपने शेड्यूल से समय निकालकर अपनी आध्यात्मिक साधना के बारे में बात की और इस बात पर जोर दिया कि कैसे भगवान के साथ उनका व्यक्तिगत संबंध उनके जीवन का केंद्र है. गबार्ड ने कहा, “खैर, मेरी अपनी व्यक्तिगत आध्यात्मिक साधना, ईश्वर के साथ मेरा व्यक्तिगत संबंध मेरे जीवन का केंद्र है और मैं हर दिन ईश्वर को प्रसन्न करने वाला जीवन जीने की पूरी कोशिश करती हूं और ऐसा करने का इससे बेहतर तरीका और क्या हो सकता है कि मैं ईश्वर की सभी संतानों की सेवा करने की पूरी कोशिश करूं और इसलिए मेरे जीवन के अलग-अलग समय में, चाहे दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में युद्ध क्षेत्रों में सेवा करना हो या फिर आज हमारे सामने आने वाली चुनौतियां, यह भगवद्गीता में कृष्ण की ओर से अर्जुन को दी गई शिक्षाएं हैं, जिनकी ओर मैं अपने सबसे अच्छे और सबसे बुरे समय में मुड़ती हूं और कृष्ण से अर्जुन को दी गई महत्वपूर्ण शिक्षाओं को लगातार सीखती हूं, जो मुझे शक्ति देती हैं, शांति देती हैं और सभी दिनों में मुझे बहुत आराम देती हैं.”
रविवार (16 मार्च) की सुबह नई दिल्ली पहुंचीं गबार्ड ने खुफिया सहयोग, साइबर सुरक्षा और रक्षा संबंधों पर भारतीय अधिकारियों के साथ चर्चा की. उनका ये दौरा फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वाशिंगटन यात्रा के बाद हो रहा है, जहां उन्होंने गबार्ड से मुलाकात की थी और उन्हें भारत-अमेरिका संबंधों की प्रबल समर्थक बताया था.
ये भी पढ़ें: ‘इस्लामिक टेररिज्म को खत्म करने की ट्रंप ने खाई कसम’, बोलीं तुलसी गबार्ड, पीएम मोदी को लेकर कही ये बात
india, india news, india news, latest india news, news today, india news today, latest news today, latest india news, latest news hindi, hindi news, oxbig hindi, oxbig news today, oxbig hindi news, oxbig hindi
ENGLISH NEWS