Shillong NEHU: शिलांग के उत्तर-पूर्वी पहाड़ी विश्वविद्यालय (एनईएचयू) के छात्र आज भी अपने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर एक हफ्ते से डटे हुए हैं. छात्रों की मांगें हैं कि कॉलेज के रजिस्ट्रार, दो डिप्टी रजिस्ट्रार, हॉस्टल प्रबंधन के ओएसडी को हटाना और विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर (वीसी) से इस्तीफा लेना. छात्रों का आरोप है कि वीसी अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहे हैं, जिसके चलते विश्वविद्यालय के कई अहम मुद्दे अनसुलझे पड़े हैं.
नागा स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष मुगाका आओमी ने अपने बयान में कहा है कि “एनईएचयू के छात्रों की पहल का हम समर्थन करते हैं. छात्र अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं और हम उनकी इस लड़ाई में उनके साथ हैं. उनकी मांगें पूरी तरह से जायज हैं. हम चाहते हैं कि प्रशासन इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करें क्योंकि छात्र कई दिनों से भूख हड़ताल पर हैं और उनकी हालत गंभीर हो रही है. वे अपनी पढ़ाई छोड़कर इस संघर्ष में जुटे हुए हैं, जो उनके भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. हम प्रशासन से अपील करते हैं कि इस मसले का समाधान जल्द निकाला जाए. हम छात्रों के साथ अंत तक खड़े रहेंगे.”
दूसरी कॉलेजों के छात्र भी कर रहे समर्थन
एनईएचयू के छात्र विभिन्न समुदायों के विद्यार्थियों के साथ एकजुट होकर इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं. इसके अलावा अन्य विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के छात्र भी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं.
VC प्रोफेसर पीएस शुक्ला के घर पर हमला
इस आंदोलन के बीच एनईएचयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर पीएस शुक्ला के आवास पर हाल ही में हमला भी हुआ है. पुलिस ने बताया कि यह हमला छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुआ, जिनकी मांग है कि वीसी और अन्य अधिकारियों को हटाया जाए. पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज की है.
9 नवंबर के बाद से गायब हैं VC
वहीं इस मामले में सीनियर रिसर्च स्कॉलर फोरम के अध्यक्ष सुपीरियर सिंखली ने कहा कि “वीसी 9 नवंबर के बाद से गायब हैं और हम उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. हम छात्रों के साथ हैं, जो न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं.”
शिलांग में विरोध मार्च
इस बीच शिलांग में विभिन्न संगठनों और छात्रों ने एक मार्च निकाली है, जिसमें एनईएचयू और अन्य शैक्षिक संस्थानों के छात्र, महिलाएं और राज्य के एनजीओ शामिल हुए हैं. यह मार्च विज्ञान क्लस्टर से शुरू हुई और प्रशासनिक ब्लॉक तक गई, जहां छात्र पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं.
क्या बोले बीजेपी विधायक
मेघालय के मंत्री और बीजेपी विधायक अलेक्जेंडर हेक ने कहा, “एनईएचयू में पिछले एक या डेढ़ साल से समस्याएं चल रही हैं. मुझे मेघालय आदिवासी शिक्षक संघ की ओर से एक याचिका मिली थी, जिसे मैंने केंद्रीय मंत्री को भेजा. एनईएचयू में छात्रों और शिक्षकों को जो समस्याएं हो रही हैं उनके समाधान के लिए मैं मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से हस्तक्षेप करने का आग्रह करूंगा क्योंकि इस नुकसान का असर केवल छात्रों पर नहीं बल्कि पूरे विश्वविद्यालय पर पड़ रहा है.”
प्रदर्शनकारियों के साथ ही नजर आ रहे बीजेपी विधायक
पूर्वोत्तर में लगातार छात्रों का विरोध प्रदर्शन होना बड़ी चुनौतियों के साथ भी होता है क्योंकि राज्य में बीजेपी समर्थित और केंद्र एनडीए की सरकार है, जिसमें बीजेपी के विधायक भी प्रदर्शनकारियों के साथ ही नजर आ रहे है.
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