राजधानी जयपुर के मानसरोवर मैदान में रविवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के नेतृत्व में आयोजित युवा आक्रोश महारैली ने राज्य सरकार को सीधी चुनौती दे डाली। भीषण गर्मी के बावजूद मैदान में उमड़ी भीड़ ने इस बात का साफ संकेत दिया कि राजस्थान का युवा अब सरकारी नीतियों और भर्ती घोटालों के खिलाफ खुलकर खड़ा है। इस महारैली का नेतृत्व नागौर सांसद एवं पार्टी अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने किया।
मंच से अपने भाषण में बेनीवाल ने RPSC को ‘भ्रष्टाचार का गढ़’ बताते हुए इसके पूर्ण पुनर्गठन की मांग की। उन्होंने कहा कि 53 पुलिस उप निरीक्षकों सहित 100 लोगों की गिरफ्तारी के बावजूद भी सरकार चुप है, जो खुद में सवाल खड़े करता है। बेनीवाल का आरोप था कि SOG, AAG और पुलिस मुख्यालय की सिफारिशों के बावजूद भर्ती रद्द नहीं की गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है।
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‘मैं मां-बेटे की पीड़ा की आवाज हूं’
बेनीवाल ने कहा कि मैं उस मां की ओर से बोल रहा हूं जो खेत बेचकर बेटे को पढ़ा रही है, उस नौजवान की ओर से जो भूखे पेट कोचिंग में बैठता है, पर हार नहीं मानता। उन्होंने अपने को एक प्रतिनिधि के रूप में प्रस्तुत कर कहा कि वे अकेले नहीं हैं, बल्कि राजस्थान का नौजवान, किसान, बेरोजगार और छात्र उनके साथ खड़ा है।
अपने भाषण में उन्होंने सीधे तौर पर सरकार पर आरोप लगाया कि भजनलाल सरकार ने ओएमआर शीट बदलने की तकनीक अपना ली है, जिससे निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। भाजपा और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सांपनाथ है और कांग्रेस नागनाथ।
प्रशासन हरकत में आया, मंच से दिया आश्वासन
रैली में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ और संभागीय आयुक्त पूनम भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मंच से स्वयं घोषणा की कि सरकार आपकी बातों को गंभीरता से ले रही है और जल्द ही इन्हें उच्च स्तर पर पहुंचाया जाएगा। इस संवाद के दौरान बेनीवाल ने अधिकारियों के साथ खुले मंच पर चर्चा कर रैली के शांतिपूर्ण स्वरूप को बनाए रखा।
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शांति से चेताया, पर पीछे नहीं हटने का संकेत
सांसद बेनीवाल ने मंच से स्पष्ट चेतावनी दी कि हम कानून व्यवस्था नहीं बिगाड़ना चाहते, लेकिन पीछे भी नहीं हटेंगे। उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम दिया कि अगर मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा और विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा।
राज्यपाल से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
महारैली के अंत में उन्होंने घोषणा की कि एक-दो दिनों में पुलिस कमिश्नर के साथ एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात करेगा, जहां RPSC के पुनर्गठन और भर्ती घोटालों की निष्पक्ष जांच सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।