राजस्थान का रेगिस्तानी इलाका जैसलमेर इस समय भीषण गर्मी और धूलभरी आंधियों की चपेट में है। शनिवार रात से शुरू हुई तेज धूलभरी आंधी और रेतीला तूफान रविवार सुबह तक पूरे जिले में कहर बनकर छा गया। हालात ऐसे बन गए कि सुबह का समय कोहरे जैसा लगने लगा, चारों ओर धूल ही धूल छा गई। दृश्यता इतनी कम हो गई कि आम राहगीरों और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग का रेड अलर्ट, 48 डिग्री पहुंचा तापमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पश्चिमी राजस्थान के लिए 25 से 27 मई तक तेज धूलभरी आंधियों और 40 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं की चेतावनी जारी की है। जैसलमेर के लिए विशेष रूप से लू को लेकर रेड अलर्ट घोषित किया गया है। शनिवार को जैसलमेर का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस मौसम का अब तक का सबसे अधिक तापमान है। यह सामान्य से 5.5 डिग्री अधिक है, जिससे लू का प्रभाव और भी विकराल हो गया है। राज्य के अन्य इलाकों में भी तापमान 45 डिग्री के पार बना हुआ है, जिससे रात के समय भी गर्म हवाएं राहत नहीं दे रही हैं।
प्रशासन की अपील- सतर्क रहें, सावधानी बरतें स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने आम नागरिकों से सावधानी बरतने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की अपील की है। विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और बीमार व्यक्तियों के लिए यह मौसम बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। अधिकारियों ने कहा है कि दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक घर से बाहर न निकलें, अधिक से अधिक पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें। साथ ही धूलभरी आंधी के दौरान वाहन चलाते समय सतर्कता बरतें।
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अगले कुछ दिन और बढ़ेगी परेशानी मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि आगामी दिनों में गर्मी और धूलभरी हवाओं से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। आंधी के साथ गरज-चमक की गतिविधियां भी संभावित हैं, जिससे स्थिति और अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकती है। इस असामान्य और चरम मौसम की मार ने जैसलमेर ही नहीं, बल्कि समूचे पश्चिमी राजस्थान में लोगों को सतर्क और सजग रहने को मजबूर कर दिया है।
