प्रदेश के ऊर्जा एवं टोंक जिला प्रभारी मंत्री हीरालाल नागर ने सोमवार को जिला परिषद सभागार में विद्युत, पेयजल, चिकित्सा सेवाएं एवं मानसून पूर्व आपदा प्रबंधन तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ की प्रगति और आगामी कार्ययोजना की समीक्षा कर इसे प्रभावी रूप से लागू करने और अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मंत्री नागर ने कहा कि जल संरक्षण को लेकर जन-जागरूकता जरूरी है। उन्होंने प्राचीन जल संरचनाओं की सफाई एवं जीर्णोद्धार के साथ-साथ आमजन में पर्यावरण संरक्षण और जल संचयन को लेकर विशेष अभियान चलाने पर जोर दिया। वन विभाग को निर्देश दिए गए कि ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ और ‘हरियालो राजस्थान’ के तहत अधिकाधिक पौधरोपण किया जाए तथा पौधों के जीवित रहने के लिए प्रभावी उपाय किए जाएं। इस अवसर पर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को जल संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई।
विद्युत आपूर्ति में सतर्कता के निर्देश
ऊर्जा मंत्री नागर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को जिले में सतत विद्युत आपूर्ति बनाए रखने और तंत्र को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्मी के इस दौर में विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर उपभोक्ताओं की शिकायतों का गंभीरता से समाधान किया जाए और सभी अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों व आमजन के फोन उठाने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। टोंक के सहायक अभियंता को इस संबंध में कार्यप्रणाली में सुधार लाने को कहा गया।
देवली सर्कल में घरेलू कनेक्शन में अनावश्यक देरी की शिकायत मिलने पर मंत्री ने अधीक्षण अभियंता को संबंधित अधिशासी अभियंता को चार्जशीट देने के निर्देश दिए। साथ ही, अधीक्षण अभियंता के.एल. पटेल को घरेलू एवं कृषि कनेक्शन जारी करने की स्थिति, डिस्कॉम स्तर पर संचालित कंट्रोल रूम, एफआरटी की कार्यवाही, आरडीएसएस, स्मार्ट मीटर योजना सहित विद्युत आपूर्ति से जुड़े समस्त बिंदुओं की प्रगति की समीक्षा कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
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चिकित्सा सेवाओं में सुधार के निर्देश
बैठक के दौरान जब नासिरदा सीएचसी में चिकित्सक नहीं होने की जानकारी दी गई, तो प्रभारी मंत्री ने मौके पर ही जयपुर के उच्चाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर वहां तत्काल चिकित्सक नियुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में रिक्त चिकित्सकों के पद शीघ्र भरने को भी कहा। एडीएम रामरतन सौकरिया को अस्पतालों की पेयजल टंकियों की सफाई और वॉटर कूलर की क्रियाशीलता की जांच के निर्देश दिए गए।
मानसून के लिए पुख्ता इंतजाम के निर्देश
मंत्री नागर ने जलदाय विभाग को मानसून के दौरान विशेष सतर्कता बरतने को कहा। उन्होंने पेयजल पाइपलाइनों में लीकेज को तत्काल ठीक करने, टेल तक समुचित दबाव में पानी पहुंचाने और अवैध कनेक्शनों पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। पशुपालन विभाग को भी निर्देश दिए कि पशुओं के उपचार में कोई कोताही न हो और मोबाइल वैन समय पर गांवों में पहुंचे।
सुरक्षा उपायों पर दिया विशेष बल
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता एच.एल. मीणा को निर्देश दिए गए कि नदी-नालों पर बनी रपटों पर दोनों ओर रैलिंग और जंजीर लगवाएं। साथ ही सभी तालाबों, बांधों, रपटों और जल स्रोतों पर चेतावनी बोर्ड लगाने को कहा गया। सभी विभागों को मानसून के दौरान प्रो-एक्टिव होकर कार्य करने और आवश्यक इंतजाम समय रहते सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में देवली-उनियारा विधायक राजेंद्र गुर्जर, जिला प्रमुख सरोज बंसल, पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान, जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चौहान, पूर्व विधायक अजीत सिंह मेहता, राजेंद्र पराणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।