बूंदी से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां चित्तौड़गढ़ की एक नाबालिग लड़की से उसके सौतेले पिता और उसके दोस्त ने पिछले छह साल से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इस घिनौने कृत्य का खुलासा तब हुआ, जब बूंदी कोतवाली थाना पुलिस की कालिका यूनिट ने आजाद पार्क में उक्त लड़की को एक लड़के के साथ पकड़ा। बाल कल्याण समिति के सामने लड़की की आपबीती सुनकर पुलिस अधिकारी और समिति के सदस्य स्तब्ध रह गए। इस मामले ने रिश्तों की पवित्रता को तार-तार कर दिया और समाज में व्याप्त इस तरह की घटनाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
आजाद पार्क में पकड़े जाने के बाद हुआ सनसनीखेज खुलासा
जानकारी के मुताबिक, बूंदी कोतवाली थाना पुलिस को एक गुमशुदा नाबालिग लड़की की सूचना मिली थी। कालिका यूनिट ने जब आजाद पार्क में इस लड़की को एक लड़के के साथ पकड़ा, तो शुरुआत में लड़की ने मनगढ़ंत कहानी सुनानी शुरू कर दी। लेकिन बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सीमा पोद्दार की सूझबूझ और संवेदनशीलता से धीरे-धीरे सच्चाई सामने आने लगी।
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लड़की ने बताया कि वह चित्तौड़गढ़ की रहने वाली है और उसकी मां ने दूसरी शादी कर ली है। वह अपने चार भाई-बहनों के साथ सौतेले पिता के घर में रहती है। सात साल की उम्र से ही सौतेला पिता उस पर गलत नजर रखता था और नौ साल की उम्र में उसने पहली बार उसके साथ दुष्कर्म किया। इस घटना को जब लड़की ने अपनी मां को बताया तो मां ने न केवल उसकी बात को अनसुना कर दिया, बल्कि उसे चुप रहने की सलाह दे डाली।
सौतेले पिता और उसके दोस्त की करतूत ने रिश्तों को किया शर्मसार
लड़की ने अपनी आपबीती में बताया कि पिछले छह साल से उसका सौतेला पिता लगातार उसका शारीरिक शोषण करता रहा। जब भी उसकी मां घर पर नहीं होती या रात को सो जाती, सौतेला पिता अपनी हरकतों को अंजाम देता। इतना ही नहीं, सौतेले पिता का एक दोस्त भी कई बार घर आकर इस घिनौने कृत्य में शामिल हो चुका है। लड़की ने यह भी खुलासा किया कि चार अन्य लड़कों ने भी अलग-अलग जगहों पर उससे दुष्कर्म किया। इनमें से दो बिहार, एक बाड़मेर और तीन चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं। इन लड़कों में से कुछ से उसकी मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। इस दौरान लड़की की मां ने न केवल अपनी बेटी की रक्षा करने में असफलता दिखाई, बल्कि उसे चुप रहने की नसीहत देकर अपराधियों को और बढ़ावा दिया।
सामने आया माता-पिता का उदासीन रवैया
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सीमा पोद्दार ने लड़की को अपने विश्वास में लेकर उससे बूंदी आने का कारण पूछा। शुरुआत में लड़की ने गोलमोल जवाब दिए, लेकिन जब उसका मोबाइल चेक किया गया तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं। सीमा पोद्दार ने लड़की के माता-पिता से फोन पर संपर्क किया, लेकिन उनके उदासीन रवैये ने सभी को हैरान कर दिया। माता-पिता ने कहा कि लड़की अक्सर घर से चली जाती है और उन्होंने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इस रवैये से समिति की अध्यक्ष को गहरा दुख हुआ। उन्होंने लड़की की काउंसलिंग की और उसकी आपबीती को लिखित रूप में दर्ज किया, जिसे बाद में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा के समक्ष पेश किया गया।
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पुलिस ने दर्ज किया मामला, मेडिकल परीक्षण के बाद जांच शुरू
मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी उमा शर्मा ने तत्काल महिला थाने को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376(2) (च), 376(2) (छ), 376(2) (द), 376(3), 376 डीए और पॉक्सो एक्ट 2012 तथा 2019 की धारा 3, 4(2), 5 एल, 6, 3(2) (ट) के तहत मामला दर्ज किया। इसके बाद लड़की का मेडिकल परीक्षण करवाया गया, जिसमें उसके साथ हुए शोषण की पुष्टि हुई। फिलहाल लड़की डरी-सहमी हुई है और अपने माता-पिता के साथ जाने को तैयार नहीं है। उसे लंबे समय तक मनोवैज्ञानिक परामर्श की जरूरत है। पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और सभी आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की दिशा में कदम उठा रही है।