राजस्थान के सीमावर्ती जैसलमेर जिले में मंगलवार की रात को जमीन विवाद ने खौफनाक रूप ले लिया। पोकरण क्षेत्र के दिधू गांव में 24 वर्षीय युवक नरेंद्र सिंह की घर में घुसकर तलवारों से नृशंस हत्या कर दी गई। वारदात के बाद गांव में सनसनी फैल गई और आक्रोशित परिजन पोकरण के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे।
हत्या के पीछे पुराना जमीनी विवाद
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिधू गांव निवासी नरेंद्र सिंह पुत्र रावत सिंह अपने परिवार के साथ घर में निवास करता था। मृतक के भाई महेंद्र सिंह द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के अनुसार, उनका परिवार पिछले कई वर्षों से गांव के ही माधुसिंह परिवार के साथ एक प्लॉट को लेकर विवाद में उलझा हुआ था। यह विवाद समय-समय पर गरमाया भी था, लेकिन हाल ही में इसने उग्र रूप ले लिया।
7 जून 2025 को दोपहर के समय भोजराज सिंह पुत्र खींवसिंह ने विवादित प्लॉट पर पहुंचकर वहां लगे छीणों (पत्थर की पट्टियां) को जानबूझकर तोड़ दिया और इसका वीडियो बनाकर खुद ही मृतक नरेंद्र सिंह के मोबाइल पर भेज दिया। इस हरकत से नरेंद्र सिंह आक्रोशित हो गया। शाम को भोजराजसिंह उनके घर के बाहर आया और विवाद गहराने लगा। दोनों के बीच कहासुनी हुई और हाथापाई तक की नौबत आ गई। उसी दौरान भोजराजसिंह ने नरेंद्र को जान से मारने की धमकी दी और ‘देख लूंगा’ कहकर वहां से चला गया।
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मकान की छत पर सोते समय हुई हत्या
10 जून की रात करीब 12:30 बजे नरेंद्र सिंह और उसके बड़ा भाई महेंद्र सिंह अपने मकान की छत पर सो रहे थे। महेंद्र के अनुसार, उसी समय भोजराजसिंह पुत्र खींवसिंह और महेन्द्रसिंह पुत्र देरावरसिंह तलवार लेकर घर के पीछे की दीवार से छत पर चढ़े। दोनों ने अचानक हमला करते हुए सो रहे नरेंद्र सिंह के ऊपर तलवार से कई वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। महेंद्र ने बताया कि जब वह चिल्लाया और मदद के लिए आवाज लगाई तो आरोपियों ने उसे भी जान से मारने की धमकी दी। कुछ ही देर में शोर सुनकर परिवार के अन्य सदस्य छत पर पहुंचे, लेकिन तब तक दोनों आरोपी मौके से फरार हो चुके थे।
हत्या की गूंज परिवार ने जताया गहरा षड्यंत्र
महेंद्र सिंह ने पुलिस में दर्ज प्राथमिकी में इस हत्या के पीछे एक गहरी साजिश का आरोप लगाते हुए माघुसिंह पुत्र पुंजराजसिंह, गेनसिंह पुत्र पुंजराजसिंह और देरावरसिंह पुत्र पुंजराजसिंह पर भी षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पूरा मामला योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया है और इसमें कई लोग शामिल हैं।
घटना की सूचना मिलते ही नाचना थाने से पुलिस टीम और पोकरण के वृताधिकारी (सीओ) गजेंद्र सिंह, थाना प्रभारी भूटाराम मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौका मुआयना किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए पोकरण के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। सीओ गजेंद्र सिंह ने बताया कि हत्या की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
घटना के बाद दिधू गांव में शोक का माहौल है। युवा नरेंद्र सिंह की इस तरह बेरहमी से हत्या ने ग्रामीणों को झकझोर कर रख दिया है। गांव के वरिष्ठ जनों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।