पाकिस्तान का बहावलपुर, जहां एयर स्ट्राइक की गई यह इलाका राजस्थान की सीमा से मात्र 100 किलोमीटर की दूरी पर है। यही कारण है कि श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जैसे पाकिस्तान की सीमा से सटे जिलों में सुरक्षा पहरे को और भी कड़ा कर दिया गया है। यहां हम ग्राफिक्स जरिए बता रहे हैं कि किस तरह से राजस्थान के 4 जिले जो सीधे खतरे की जद में आते हैं। इन जिलों में सुरक्षा के साथ ही खुफिया तंत्र को भी मजबूत किया गया है। श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ इन दोनों जिलों सीमाएं पाकिस्तान के बॉर्डर पर लगभग 210 किलोमीटर की सीमा बनाती हैं। इन इलाकों में ज्यादातर खेत हैं, जहां से हमेशा घुसपैठ की आशंका बनी रहती है। बता दें कि श्रीगंगानगर से ही काटकर अनूपगढ़ जिले को बनाया गया है। बीकानेर- जैसलमेर- जैसलमेर पाकिस्तान के साथ सबसे लंबी सीमा साझा करते है। इसके क्षेत्र में पाकिस्तान के साथ 464 किमी लंबी सीमा बनती है। बाड़मेर- बाड़मेर जिला भी सुरक्षा के लिहाज से काफी अहम है, यह जिला पाकिस्तान के साथ 228 किमी की सीमा बनाता है। एयर स्पेस अलर्ट पर, उड़ानें रद्द एयर स्ट्राइक के बाद सुरक्षा कारणों की वजह से जोधपुर और बीकानेर एयरपोर्ट से उड़ानें अस्थाई रूप से रद्द कर दी गई हैं।सूत्रों के अनुसार, एयरफोर्स के निर्देश पर यह कदम उठाया गया ताकि यदि पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई होती है, तो सेना को एयरस्पेस का पूरी तरह नियंत्रण मिले। जोधपुर एयरबेस से सभी कमर्शियल फ्लाइट्स अस्थायी रूप से रोकी गईं। बीकानेर के नाल एयरपोर्ट पर भी यात्रियों को अगले आदेश तक इंतजार की सलाह दी गई है। RAW, IB और मिलिट्री इंटेलिजेंस सक्रिय RAW, IB और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमों को बॉर्डर पर सक्रिय कर दिया गया है। सीमावर्ती गांवों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। ड्रोन और रेडियो सिग्नल मॉनिटरिंग की गतिविधियां बढ़ाई गई हैं। स्थानीय पुलिस और गांव स्तर पर “इन्फॉर्मर नेटवर्क” को एक्टिव किया गया है। राजस्थान में एयरबेस पर निगाहें बहावलपुर जैसे पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने राजस्थान सीमा से बेहद पास हैं। रेगिस्तानी इलाकों में घुसपैठ और एयर मूवमेंट पकड़ना मुश्किल होता है। सेना के एयरबेस और कमांड सेंटर भी यहीं स्थित हैं – जैसलमेर, जोधपुर, फलोदी, नाल (बीकानेर)। 1971 की जंग और हालिया बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी यही जिले प्रमुख टारगेट बने थे। अगर युद्ध या एयरस्ट्राइक होती है तो संभावित खतरे 1- एयर स्ट्राइकजैसलमेर और बाड़मेर के एयरबेस सबसे पहले निशाने पर आ सकते हैं. 2 – आतंकी घुसपैठरेगिस्तान के खुले क्षेत्रों में बॉर्डर (fence) के बावजूद घुसपैठ की संभावना बनी रहती है. 3 – ड्रोन और मिसाइल अटैकहाल ही में पंजाब और राजस्थान सीमा पर पाकिस्तान से आए ड्रोन के जरिए हथियार भेजने की घटनाएं सामने आईं हैं. 4 – साइबर या रेडियो जामिंगसंवेदनशील बॉर्डर इलाकों में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां संचार प्रणाली को बाधित कर सकती हैं. एयर स्ट्राइक के तुरंत बाद राजस्थान का बॉर्डर क्षेत्र सुरक्षा का प्रमुख फोकस बन गया है। केंद्र और राज्य सरकार दोनों इस परिस्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। यह भी पढ़ें ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजस्थान में आज फिर गरजेंगे लड़ाकू विमान, जारी हुआ NOTAM
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‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की 1070 किमी सीमा पर अलर्ट; राजस्थान के 4 जिलों पर सबसे बड़ा खतरा | After Operation Sindoor alert on 1070 km India-Pakistan border 4 districts of Rajasthan high risk zone

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