शहर के समग्र विकास को लेकर मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में जिला प्रशासन, नगर परिषद, हुडको और विभिन्न विभागों की संयुक्त उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में 280 करोड़ की लागत से प्रस्तावित बहुक्षेत्रीय विकास परियोजनाओं की समीक्षा की गई।
इस समीक्षा बैठक में बिरला ने कहा कि इन योजनाओं का उद्देश्य बून्दी को आधुनिक सुविधाओं से युक्त, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और पर्यटन व व्यापार के लिए उपयुक्त शहर के रूप में विकसित करना है। बैठक में यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर भी उपस्थित रहें।
नगर परिषद बूंदी द्वारा जिन प्रमुख परियोजनाओं को प्रस्तावित किया गया है, उनमें सड़कें और इंटरलॉकिंग, अंडरग्राउंड पार्किंग, आजाद पार्क का पुनर्विकास, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट्स, हेरिटेज पोल्स, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स और रैन बसेरे, तीज मेला ग्राउंड का पुनर्विकास, पार्कों का संरक्षण, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, नाला विकास, हेरिटेज संरक्षण, टूरिज्म प्रमोशन और आवासीय व व्यावसायिक योजनाएं शामिल हैं।
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बिरला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य शहर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान के अनुरूप हों और योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आजाद पार्क के विकास में आमजन की भावनाओं को प्राथमिकता देने, हाड़ा रानी संग्रहालय या पनोरमा हेतु प्रस्ताव तैयार करने और मास्टर प्लान का नियमित रूप से पुनर्मूल्यांकन कर आवश्यक संशोधन करने को कहा। साथ ही कचरा संग्रहण के लिए ट्रिपरों की संख्या बढ़ाने और प्रमुख सड़कों के किनारे रेलिंग लगाने जैसे निर्देश भी दिए।
बिरला ने कहा कि क्षेत्र को बेहतरीन सड़क कनेक्टिविटी से जोड़ा जा रहा है और आने वाले समय में उत्कृष्ट सड़क तंत्र से आवागमन सुगम होगा। शहर की ट्रैफिक समस्या के समाधान के लिए 55.30 करोड़ से बत्ती सर्किल से माटूंदा रोड होते हुए नैनवां रोड फ्लाईओवर बनाया जाएगा। बिरला ने कहा कि यह फ्लाईओवर खटखड़, लाखेरी, रायथल, नैनवां और केशवरायपाटन जैसे क्षेत्रों के आवागमन को सुगम बनाएगा और व्यापार व पर्यटन को गति देगा।
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उन्होंने कहा कि रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व की सीमा घटाए जाने के बाद पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी और एडवेंचर टूरिज्म के क्षेत्र में नई संभावनाएं खुल जाएंगी। रिसॉर्ट्स, होटल और पर्यटक हट्स के निर्माण से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि सफारी, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी और ईको-टूरिज्म जैसे उपक्रमों को बढ़ावा देकर बून्दी को पर्यटकों की पहली पसंद बनाया जाएगा।
कोटा-बून्दी में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट को लेकर उन्होंने कहा कि इसके शुरू होने से बूंदी को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की पहुंच सुगम होगी और इससे होटल, रेस्टोरेंट, ट्रेवल इंडस्ट्री और व्यवसाय को नई पहचान मिलेगी। साथ ही एग्रो-बेस्ड यूनिट्स और एमएसएमई को भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने में मदद मिलेगी।