राघवाचार्य महाराज का अंतिम संस्कार आज गांव में निकाली जा रही है बैकुंठ यात्रा
सीकर जिले के रैवासा धाम के पीठाधीश्वर राघवाचार्य महाराज का शनिवार को उनके पैतृक गांव रेवासा में अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पूर्व रेवासा गांव के जानकीनाथ बड़ा मंदिर से उनकी बैकुंठ यात्रा निकाली गई। यह गांव के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। इस यात्रा में बड़ी संख्या में देशभर से साधु-संत, जनप्रतिनिधि, और ग्रामीण श्रद्धालु शामिल हुए।
ब्रह्मलीन संत राघवाचार्य के उत्तराधिकारी महंत राजेंद्र दास देवाचार्य भी रेवासा धाम पहुंच गए हैं। उन्होंने ब्रह्मलीन संत के पार्थिव शरीर के दर्शन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस और प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
राघवाचार्य महाराज का निधन
शुक्रवार सुबह राघवाचार्य महाराज का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वे स्नान करने के लिए बाथरूम में गए थे, जब यह घटना घटी। उन्हें तुरंत सीकर के अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। निधन के बाद राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवारी ने रैवासा पहुंचकर महाराज की वसीयत पढ़ी, जिसमें वृंदावन के संत राजेंद्र दास देवाचार्य को उनका उत्तराधिकारी घोषित किया गया है।
राघवाचार्य महाराज के अंतिम संस्कार से पहले निकली बैकुंठ यात्रा।
राघवाचार्य महाराज की बैकुंठ यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
राघवाचार्य महाराज का अंतिम संस्कार शनिवार को रैवासा गांव में हुआ।