राजस्थान के ऐतिहासिक और प्रसिद्ध मेलों में विशेष स्थान रखने वाला श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेला मंगलवार को पारंपरिक विधि-विधान के साथ प्रारंभ हुआ। पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत और जिला कलेक्टर सुशील कुमार यादव ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना कर झंडारोहण किया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। यह मेला 8 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें हजारों पशुपालक, व्यापारी और पर्यटक भाग लेंगे।
पारंपरिक उत्साह और ग्रामीण संस्कृति की झलक
श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेला केवल व्यापार का केंद्र नहीं, बल्कि राजस्थानी संस्कृति और परंपराओं का सजीव उदाहरण भी है। मेला मैदान में पारंपरिक हाट-बाजार की रौनक देखते ही बनती है, जहां हस्तशिल्प, लोककला और पशुधन से जुड़ी वस्तुएं प्रदर्शित की गई हैं।
पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत के आगमन पर सुबह 9:45 बजे उन्हें मार्च पास्ट की सलामी दी गई। मेला ध्वज को पारंपरिक गाजे-बाजे के साथ डाक बंगले से झंडारोहण स्थल तक लाया गया। पंडित जोगराज दवे के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच झंडारोहण संपन्न हुआ। इस दौरान पचपदरा विधायक डॉ. अरुण चौधरी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान, उपखंड अधिकारी अशोक कुमार सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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पशुपालकों से संवाद और मेले का अवलोकन
शुभारंभ के पश्चात पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत और जिला कलेक्टर सुशील कुमार यादव ने मेला परिसर का दौरा किया। उन्होंने व्यापारियों और पशुपालकों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। जिला कलेक्टर ने मेले को बालोतरा जिले की ऐतिहासिक धरोहर बताते हुए इसके संरक्षण और विकास की आवश्यकता पर जोर दिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति
उपखंड अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि 26 मार्च को माता राणी भटियाणी संस्थान, जसोल के सौजन्य से दयाराम मेडता एंड पार्टी द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इनमें अमरसिंह राठौड़ की जीवनी, सत्यवादी राजा हरिश्चंद्र और रानी तारामती की कथा, हास्य नाटक, राजा मोरध्वज ख्यात नृत्य, गायन और लोक नृत्य शामिल होंगे। इसके अलावा, दीपक और गुलाल की रंगोली भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
जसोलधाम भोजनशाला का लोकार्पण
महंत श्री गणेशपुरी जी महाराज के सानिध्य में श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल द्वारा सात दिवसीय निःशुल्क भोजनशाला का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर महंत श्री तुलछाराम जी महाराज ब्रह्म तीर्थ आसोतरा, गुरु महाराज श्री गोपालराम जी गढ़ सिवाना सहित अन्य संतों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश और गुजरात समेत विभिन्न राज्यों से आए पशुपालकों ने महाप्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक हरीशंकर, पचपदरा तहसीलदार गोपीकिशन पालीवाल, विकास अधिकारी हीराराम कलबी, व्याख्याता डॉ. रामेश्वरी चौधरी और पशुपालन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी भी मौजूद रहे।