प्रदेशभर में जारी ‘शुद्ध आहार मिलावट पर वार’ अभियान के तहत जैसलमेर जिले में भीषण गर्मी को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने विशेष अभियान चलाया। अभियान का नेतृत्व फूड सेफ्टी ऑफिसर (FSO) किशनाराम कड़वासरा ने किया। इस दौरान टीम ने शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों, आरओ प्लांट्स, बर्फ फैक्टरी और कोल्ड ड्रिंक्स विक्रेताओं पर गहन निरीक्षण कर खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए।
जांच के दौरान टीम ने कुल 5 खाद्य पदार्थों के नमूने एकत्रित किए, जिनमें पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर, आरओ प्लांट से पानी, बर्फ फैक्ट्रियों में निर्मित बर्फ, विभिन्न ब्रांड्स की कोल्ड ड्रिंक्स और फ्रूट बेवरेज शामिल रहे। टीम ने न सिर्फ नमूने लिए बल्कि प्रतिष्ठानों की सफाई व्यवस्था, पानी की गुणवत्ता, कर्मचारियों के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र और पेस्ट कंट्रोल व्यवस्था की भी गहनता से जांच की। जहां भी खामियां पाई गईं, वहाँ इम्प्रूवमेंट नोटिस जारी करने की कार्रवाई की जाएगी।
सभी एकत्रित नमूनों को जांच के लिए जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला जोधपुर भेजा गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी भी नमूने में मानकों के अनुरूप गुणवत्ता नहीं पाई जाती है तो संबंधित प्रतिष्ठान पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फूड सेफ्टी ऑफिसर किशनाराम कड़वासरा ने बताया कि राज्य सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण आयुक्त के निर्देशानुसार पूरे राजस्थान में गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए यह विशेष अभियान चलाया जा रहा है। गर्मियों में बर्फ, कोल्ड ड्रिंक और पेयजल उत्पादों की मांग बढ़ जाती है, ऐसे में खाद्य सुरक्षा को लेकर सख्ती बरतना अत्यंत आवश्यक है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. राजेंद्र कुमार पालीवाल ने भी जानकारी दी कि ग्रीष्मकालीन विशेष अभियान के तहत जिलेभर में सघन निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य आमजन को सुरक्षित, स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ एवं पेयजल उपलब्ध कराना है, जिससे गर्मी के मौसम में जनस्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या से बचाव किया जा सके।
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FSO किशनाराम कड़वासरा ने यह भी बताया कि यह विशेष अभियान आगामी 2 मई तक लगातार जारी रहेगा। इस दौरान जिले के अन्य क्षेत्रों में भी कोल्ड ड्रिंक विक्रेता, बर्फ निर्माता, आरओ वाटर प्लांट्स, रेस्टोरेंट्स और अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर आवश्यकतानुसार कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने आमजन से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों एवं पेयजल उत्पादों की खरीद से बचें और किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर तुरंत फूड सेफ्टी विभाग से संपर्क करें।