प्रीति– मैं अपने माता-पिता और अपने गुरुजनों को अपनी सफलता का श्रेय देना चाहूंगी।
सवाल– आपने कभी सोचा था कि आप कभी टॉप करेगी?
प्रीति– मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं प्रदेश टॉप करूंगी, लेकिन मेरी इच्छा थी मैं प्रदेश टॉप करूं।
सवाल– पढ़ाई को लेकर आपका रूटीन क्या था?
प्रीति– मैं रोजाना पांच से छह घंटे पढ़ाई करती थी। जब कोई टेस्ट होता था मैं अलग से पांच से सात घंटे पढ़ाई करती थी और हां मैंने कभी कोचिंग का सहारा नहीं लिया।
सवाल– क्या आपने कभी फोन से यूट्यूब से पढ़ाई की?
प्रीति– जी, मैंने फोन से भी पढ़ाई की है और इसके अलावा मैं किताबों से भी देखकर अपनी पढ़ाई करती थी।
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सवाल– आपको स्कूल से कैसा सहयोग मिला?
प्रीति– मुझे स्कूल से काफी सहयोग मिला, मुझे मेरे टीचर ने, मेरे दोस्तों ने मेरी काफी मदद की, उन्होंने मेरा साथ दिया।
सवाल– जो छात्र आपको देख रहे हैं, आपको सुन रहे हैं उन्हें आप क्या संदेश देना चाहेगी?
प्रीति– मैं यही कहना चाहूंगी कि टॉप करना कोई बड़ी बात नहीं अगर आपने मेहनत की है तो सफलता आपको आसानी से मिल सकती है।