रवनीत सिंह बिट्टू
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
बिट्टू ने राहुल गांधी के सिक्खों से जुड़े बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘राहुल गांधी कह रहे हैं कि सिक्खों को पगड़ी बांधने या कड़ा पहनने से रोका जा रहा है। मैं उनसे कहता हूँ कि अगर कोई ऐसा सिख मिल जाए जो कहे कि उसे पगड़ी बांधने या कड़ा पहनने से रोका गया हो, तो मैं उसकी बात मान लूंगा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि वर्तमान में CSF के डीजी भी पंजाब के एक सिक्ख हैं, और वे खुद भी एक सिख हैं। बिट्टू ने जोर देते हुए कहा, “राहुल गांधी खुद भी गुरुद्वारा जाते हैं, पगड़ी बांधते हैं। उन्हें कौन रोकता है?
बिट्टू ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी जानबूझकर सिक्खों को उकसाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी यह चाहते हैं कि सिख युवा फिर से हथियार उठा लें। उन्हें ऐसा संदेश मिल रहा है कि युवाओं को भड़काया जाए।” 1984 के सिख दंगों का जिक्र करते हुए बिट्टू ने कहा, “राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस के राज में हजारों सिक्ख मारे गए थे। इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब पर हमला किया और राजीव गांधी के शासन में सिक्खों का नरसंहार हुआ। अब राहुल गांधी, जो कांग्रेस की तीसरी पीढ़ी हैं, वही कर रहे हैं।
उन्होंने गहलोत सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा, “गहलोत जी से पूछिए कि कौन से सिख को पगड़ी बांधने से रोका जा रहा है। मैं अपने बयान पर कायम हूँ और वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता।” बिट्टू ने साफ शब्दों में कहा कि सिक्खों को जितनी इज्जत मोदी सरकार में मिल रही है, उतनी पहले किसी सरकार में नहीं मिली। उन्होंने कहा, “1984 में कांग्रेस ने सिक्खों के खिलाफ क्या-क्या किया, सबको पता है। लेकिन आज कांग्रेस के नेता जेल में हैं। मोदी सरकार ने उन पर कार्रवाई की है।” हरियाणा चुनावों का जिक्र करते हुए बिट्टू ने कहा, “राहुल गांधी केवल हरियाणा चुनावों को ध्यान में रखकर ऐसे बयान दे रहे हैं, क्योंकि यहां 30 सीटें सिक्ख समुदाय से प्रभावित होती हैं।
आतिशी पर भी बोला हमला
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी पर टिप्पणी करते हुए बिट्टू ने कहा, “आतिशी ने कुर्सी अलग रखकर मान लिया कि वह तो सिर्फ डमी हैं, असली कुर्सी केजरीवाल की है। केजरीवाल जो अन्ना आंदोलन से ईमानदारी का तमगा लेकर आए थे, अब करप्शन के प्रतीक बन चुके हैं।