एसआई भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल लगातार दस दिन से जयपुर में शहीद स्मारक पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। अमर उजाला से बातचीत में उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी और गंभीर आरोप लगाए।
बाप विधायक द्वारा रिश्वत लिए जाने के सवाल पर बेनीवाल ने कहा कि यदि किसी विधायक ने पैसे लिए हैं तो मैं उसकी निंदा करता हूं लेकिन इस पूरे मामले में मुझे एक गहरा षड्यंत्र नजर आ रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे कांग्रेस और बीजेपी मिलकर भारत आदिवासी पार्टी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सांसद राजकुमार रोत से बात करने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट होगी। बेनीवाल ने दावा किया कि वे कई सांसदों को जानते हैं, जो सरपंचों से कमीशन लेते हैं। उन्होंने कहा कि सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के मामलों में कई सांसदों की सदस्यता तक जा चुकी है। इसलिए सिर्फ विधायक ही नहीं, परिवादी की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
बेनीवाल ने राजस्थान सरकार के गुजरात में हो रहे प्रशिक्षण शिविर पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह राजस्थान का अपमान है। गुजरात में आखिर किस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा- कहीं ऊपर वाले मुख्यमंत्री की रिपोर्ट तो नहीं मांग रहे? राजेन्द्र गुढ़ा के महेश जोशी और अशोक गहलोत पर दिए गए बयानों को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। गहलोत ने अपने विधायकों को खुली छूट दी थी। महेश जोशी अकेले 1000 करोड़ नहीं खा सकते, हिस्सा सभी को मिला होगा। राजेन्द्र गुढ़ा उनके साथी रहे हैं, उन्हें सच्चाई जरूर पता होगी।
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कन्हैयालाल चौधरी के मानसिक संतुलन खोने वाले बयान पर बेनीवाल ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि अगर मैं पागल होता तो पत्थर फेंकता, धरना थोड़े ही देता। फिलहाल मंत्रीजी को यह सोचना होगा कि आगामी चुनावों में जनता उन्हें क्या जवाब देगी। राजेन्द्र राठौड़ और सतीश पूनिया पर हमला बोलते हुए बेनीवाल ने कहा- दोनों नेता युवाओं के समर्थन की बातें करते थे। राठौड़ साहब विधानसभा में आरपीएससी को भंग करने की मांग करते थे, अब क्या हुआ? आज वो मुझे सीख दे रहे हैं, पहले ये बताएं कि खुद अपने वादे से क्यों मुकर गए?
नरेश मीणा की सीएम से अपना वादा निभाने की अपील को लेकर उन्होंने कहा कि उनके परिवार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी, उन्हें बात सुननी चाहिए थी। हालांकि मामला अब कोर्ट में है, इसलिए मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा। वहीं, एसडीएम अमित चौधरी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि चौधरी पर कई आरोप हैं। जांच की जाए तो 100 करोड़ का मामला सामने आ सकता है। उन्होंने कहा कि जयपुर में जल्द ही एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी, जिसमें राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन को और तेज किया जाएगा।