राजस्थान में राजनीतिक सरगर्मियां उस समय तेज हो गईं जब NSUI जिलाध्यक्ष के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पीसीसी कार्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान डोटासरा ने अपना आपा खोते हुए अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया, जिससे मामला और गरमा गया है।
डोटासरा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को सीकर से संभाग का दर्जा छीनने पर छात्रों ने विरोध स्वरूप काले झंडे दिखाए, लेकिन इसके बाद प्रशासन ने अति कर दी। उन्होंने कहा कि वकील 50 दिन से हड़ताल पर बैठे हैं, जनता में आक्रोश है, ऐसे में अगर किसी छात्र संगठन के व्यक्ति ने काला झंडा दिखा दिया तो क्या बुरा किया? डोटासरा ने आगे कहा कि सरकार ने ब्यूरोक्रेट्स को इतनी खुली छूट दे दी है कि वे विरोध करने वालों को पीटें, झूठे मुकदमे लगाएं और प्रताड़ित करें। उन्होंने एक कथित वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि वीडियो भेजो कि उसकी (अपशब्द) कुटाई की या नहीं की। इससे घृणित बात कोई नहीं हो सकती।
आतंकवाद पर एकजुटता, लेकिन सरकार से नाराजगी
डोटासरा ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि देश के दुश्मनों के खिलाफ हम सब प्रधानमंत्री के साथ हैं। उन्होंने कहा कि हम आतंकवादियों और पाकिस्तान से बदला लेने में एक हैं, लेकिन राजस्थान की सरकार की ज्यादतियों के खिलाफ संघर्ष करेंगे, जेल जाएंगे पर घुटने नहीं टेकेंगे।
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डोटासरा के इस बयान के बाद भाजपा ने उनकी भाषा और बयानबाजी पर सवाल उठाए हैं। भाजपा राजस्थान ने अपने एक्स अकाउंट पर बयान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि पूरा देश गम के माहौल में है और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की भाषा देखिए। भाजपा नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने भी वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि अपने प्रदेश अध्यक्ष की भाषा सुनिए राहुल गांधी जी, गर्व होगा आपको अपने तेजस्वी हीरे पर।
कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक
इससे पहले पीसीसी कार्यालय में कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे। बैठक में पहलगाम हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी गई और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता व्यक्त करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया।