राजस्थान के नागौर जिले में पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी का एक ऐसा तरीका उजागर किया है, जिसने सभी को चौंका दिया। मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए इस्तेमाल होने वाली एंबुलेंस को तस्कर ‘सरकारी 108’ के रंग-रूप में रंगकर करोड़ों की तस्करी में इस्तेमाल कर रहे थे। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर नागौर पुलिस ने चार थानों की संयुक्त कार्रवाई में इस एंबुलेंस को पकड़ने में सफलता हासिल की, जिसमें 41 कट्टों में 834 किलो डोडा चूरा भरा हुआ था। जब्त किए गए माल की बाजार कीमत करीब 1.25 करोड़ रुपये आंकी गई है।
मुखबिरी पर की गई नाकाबंदी, एंबुलेंस ने तोड़ दिया बैरियर
मेड़ता थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि RJ-14-PE-8149 नंबर की एक एंबुलेंस में भारी मात्रा में अवैध डोडा पोस्त चूरा भरा हुआ है, जिसे चित्तौड़गढ़ से बाड़मेर ले जाया जा रहा है। सूचना के बाद थाना थांवला, पादुकंला, मेड़ता रोड और रेन चौकी पुलिस ने संयुक्त रूप से नाकाबंदी की। लेकिन तस्कर एंबुलेंस बैरियर तोड़कर भाग निकली। इस पर मेड़ता रोड पुलिस और रेन चौकी की टीम ने पीछा कर उसे रोका।
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41 कट्टों में निकला नशे का जखीरा
पुलिस ने एंबुलेंस को रोकने के बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत तलाशी ली, जिसमें अंदर से 41 कट्टे बरामद हुए। जब इनकी जांच की गई तो उनमें डोडा चूरा निकला, जिसका वजन 834 किलो पाया गया। पुलिस ने मौके से आरोपी चालक रावतराम पुत्र हरकराम जाट, निवासी भियाड़, थाना शिव, जिला बाड़मेर को गिरफ्तार कर लिया।
तस्करी के लिए एंबुलेंस को दिया सरकारी रूप
जांच में यह सामने आया कि यह एंबुलेंस असल में निजी वाहन थी, लेकिन तस्करों ने इसे पूरी तरह सरकारी एंबुलेंस की तरह रंगवा रखा था। उस पर सरकारी 108 एंबुलेंस की नंबर प्लेट लगाई गई थी ताकि किसी को शक न हो। जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने बताया कि यह तरीका तस्करों की नई रणनीति को दर्शाता है, जिससे वे पुलिस की नजरों से बच सकें। लेकिन पुलिस की सजगता के चलते यह बड़ा नेटवर्क उजागर हो गया।
स्विफ्ट कार से हो रहा था एस्कॉर्ट, दो अन्य आरोपी फरार
तस्करी के इस नेटवर्क में शामिल एक स्विफ्ट कार एंबुलेंस के आगे चल रही थी, जिसमें दो लोग सवार थे। यह गाड़ी रास्ता क्लियर कर रही थी और पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। जैसे ही एंबुलेंस रुकवाई गई, दोनों आरोपी कार लेकर फरार हो गए। पुलिस ने दोनों को नामजद आरोपी बना लिया है और उनकी तलाश जारी है।
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आरोपी से पूछताछ में खुले कई राज, गहन जांच जारी
पकड़े गए आरोपी रावतराम से पुलिस की पूछताछ जारी है। प्रारंभिक जानकारी में उसने बताया है कि यह माल चित्तौड़गढ़ से लाकर बाड़मेर पहुंचाया जाना था। पुलिस इस पूरे नेटवर्क के पीछे शामिल अन्य लोगों और सप्लाई चेन की भी जांच कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि कहीं अन्य मामलों में भी इसी तरह एंबुलेंस का प्रयोग तो नहीं किया गया।
पुलिस ने एंबुलेंस को किया जब्त
पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त एंबुलेंस को भी जब्त कर लिया है और मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही तेज कर दी गई है। नागौर जिला पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान और सख्त किया जाएगा। साथ ही आमजन से भी अपील की गई है कि किसी संदिग्ध वाहन या गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।