केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि केंद्र सरकार भारत को वैश्विक एमआईसीई (मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और एग्जीबिशन) डेस्टिनेशन बनाने को लेकर पूर्णतः प्रतिबद्ध है। सरकार इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। हमारी विविधता और बुनियादी ढांचा हमारी महत्वाकांक्षाओं के अनुरूप हमारी सबसे बड़ी ताकत के रूप में विकसित हो रहा है।
रविवार को ग्रेट इंडियन ट्रैवल मार्केट (जीआईटीबी) के 14वें संस्करण के तहत आयोजित ‘मीट इन इंडिया कॉन्क्लेव’ में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज का भारत न केवल विश्वस्तरीय कन्वेंशन सेंटर्स और उच्च स्तरीय आतिथ्य सेवाओं से सुसज्जित है, बल्कि बेहतर हवाई और रेल संपर्क के साथ-साथ एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के रूप में भी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यह एक ऐसा अनोखा संयोजन है, जो दुनिया के बहुत कम देशों के पास है।
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भारत अंतरराष्ट्रीय मेजबानी के लिए तैयार
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के विभिन्न शहरों में जिस तरह एमआईसीई स्थल बनाए जा रहे हैं, उससे हम अंतरराष्ट्रीय मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार हैं। चाहे दिल्ली में स्थित भव्य भारत मंडपम और यशोभूमि हो, मुंबई का जिओ वर्ल्ड सेंटर हो, गांधीनगर का महात्मा मंदिर हो या हैदराबाद का इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, ये स्थल जी-20 जैसे वैश्विक शिखर सम्मेलनों से लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियों की मेजबानी के केंद्र के रूप में पूरी तरह तैयार और सक्षम हैं।
व्यापारिक अवसर बढ़ाता है कॉन्क्लेव
शेखावत ने कहा कि पिछले 14 वर्षों से भारत सरकार जीआईटीबी को विशेष थीम के साथ आयोजित कर रही है, जिससे भारत को एक प्रमुख पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में विश्व पटल पर स्थापित किया जा सके। उन्होंने कहा कि जीआईटीबी 2025 और ‘मीट इन इंडिया’ कॉन्क्लेव न केवल व्यापारिक अवसरों को बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि भारत को एक समृद्ध, विविध और अनुभवप्रधान पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, पिछली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ‘वेड इन इंडिया’ का विचार प्रस्तुत किया था, जिसे आधार बनाकर हमने जीआईटीबी का आयोजन किया। नतीजा यह रहा कि भारत में कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय शादियां संपन्न हुईं, जिसने एक नई तरह के पर्यटन-डेस्टिनेशन वेडिंग टूरिज्म-को जन्म दिया।
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इसी साल करेंगे नुकसान की भरपाई
बाद में मीडिया से बातचीत में शेखावत ने पहलगाम आतंकी हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इस घटना के बाद पर्यटन को जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई इसी साल तक कर लेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहलगाम घटना के बाद भी देश की जनता ने न केवल साहस दिखाया है, बल्कि सरकार में विश्वास भी जताया है। इसका असर यह देखने को मिल रहा है कि इस घटना के तीन दिन बाद से ही लोगों ने अपनी बुकिंग फिर से शुरू कर दी थीं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद वहां शांति स्थापित हो रही थी, जिसकी वजह से कश्मीर में पिछले साल 2.5 करोड़ टूरिस्ट गए। लेकिन पहलगाम आतंकी हमले से इसमें नुकसान पहुंचा है, हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि इस घटना से जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई इस साल हो जाएगी।