भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर केंद्र सरकार ने देशभर में एक व्यापक मॉक ड्रिल का आयोजन करने का फैसला किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार यह मॉक ड्रिल 7 मई को देश के 244 जिलों में आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इस अभ्यास का उद्देश्य आपदा या युद्ध जैसी आपात स्थिति में प्रशासनिक और सुरक्षा तंत्र की तैयारियों को परखना और आमजन को जागरूक करना है।
जिले में इस मॉक ड्रिल की व्यापक तैयारियां हो चुकी हैं। मंगलवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अधिकारियों की बैठक ली गई, जिसमें डीआईजी ओमप्रकाश मेघवाल, एसपी वंदिता राणा, एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह राठौड़ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रहने और आवश्यक तैयारियों को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए गए।
संभागीय आयुक्त महेशचंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान किसी विशेष स्थान को चिन्हित कर एक आपदा की स्थिति को मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें सुरक्षा एजेंसियां, फायर ब्रिगेड, चिकित्सा दल, नगर निगम और आपदा प्रबंधन से जुड़े विभाग सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इस दौरान विभागों की तत्परता, समन्वय और प्रतिक्रिया क्षमता का आकलन किया जाएगा, जिससे भविष्य में किसी भी आकस्मिक स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके।
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डीआईजी ओमप्रकाश मेघवाल ने आमजन से अपील की है कि मॉक ड्रिल के दौरान किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही घबराएं। उन्होंने बताया कि यह केवल एक पूर्व नियोजित अभ्यास है, जिसमें ब्लैक आउट की स्थिति को भी प्रदर्शित किया जा सकता है। ऐसे में लोग अपने घरों और वाहनों की लाइट बंद रखें लेकिन किसी भी प्रकार की घबराहट या अफरा-तफरी से बचें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस मॉक ड्रिल के चलते किसी प्रकार का शट डाउन या प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
प्रशासन का उद्देश्य इस ड्रिल के माध्यम से जनता को आपदा प्रबंधन की जानकारी देना और उन्हें संकट की स्थिति में संयम व सूझबूझ से काम लेने के लिए प्रशिक्षित करना है। इससे न सिर्फ विभागों की तैयारियों की जांच हो सकेगी बल्कि आम नागरिकों की सहभागिता और सजगता भी सुनिश्चित की जा सकेगी।
अजमेर जिला प्रशासन ने सभी विभागों को तैयार रहने और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मॉक ड्रिल किसी भी समय शुरू की जा सकती है, ताकि वास्तविक आपदा जैसी स्थिति में लोगों की प्रतिक्रिया और व्यवस्था की चुस्ती को सही ढंग से मापा जा सके। इस मॉक ड्रिल के सफल आयोजन के जरिए सरकार युद्ध या आपदा जैसी स्थितियों में देश की तैयारियों को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम उठा रही है।
मॉक ड्रिल को लेकर प्रशासन अलर्ट