केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रविवार को जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तीखा हमला बोला। शेखावत ने कहा कि रामसेतु जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक प्रतीक पर कांग्रेस की दोहरी नीति अब ज्यादा दिनों तक देश की नजरों से ओझल नहीं रह सकती।
‘कांग्रेस को देना होगा सुप्रीम कोर्ट में दिए एफिडेविट का जवाब’
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि जब कांग्रेस केंद्र में सत्ता में थी, तब रामसेतु के अस्तित्व को नकारते हुए सुप्रीम कोर्ट में जो हलफनामा दाखिल किया गया, उस पर आज भी देश में सवाल खड़े हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि उस हलफनामे के पीछे पार्टी की नीति थी या व्यक्तिगत राय। खासकर अशोक गहलोत जैसे वरिष्ठ नेता को इस मुद्दे पर सामने आकर जवाब देना चाहिए।
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‘कांग्रेस की सोच और गहलोत के विचारों में फर्क तो बताए पार्टी’
शेखावत ने सवाल किया कि रामसेतु को लेकर कांग्रेस पार्टी की सोच और अशोक गहलोत के व्यक्तिगत विचारों में कितना फर्क है, यह भी देश को बताया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह विषय हिंदू आस्था और सांस्कृतिक विरासत से जुड़ा है। इस पर किसी प्रकार की भ्रम की स्थिति लंबे समय तक स्वीकार नहीं की जा सकती।
‘भाजपा की वैचारिक प्रतिबद्धता राम और राष्ट्र दोनों से जुड़ी’
गजेंद्र सिंह शेखावत ने भारतीय जनता पार्टी की वैचारिक प्रतिबद्धता पर बोलते हुए कहा कि हमारे लिए राम, राष्ट्र और रचना तीनों एक हैं। उन्होंने व्यंग्य किया कि हमारे लिए भगवान और भजनलाल दोनों की राशि एक है, लेकिन जब कांग्रेस सत्ता में आती है तो देश पर मानो काल का साया छा जाता है।
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