भारत-पाक सीमा पर तनाव के बीच पूर्व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री एवं जैसलमेर के पूर्व सांसद कैलाश चौधरी ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि जैसलमेर क्षेत्र में 30 से अधिक मिसाइलों को भारतीय सेना और सुरक्षा तंत्र ने नाकाम कर दिया है। यह दावा ऐसे समय में सामने आया है, जब सीमा पर गोलाबारी, ड्रोन गतिविधियों और संदिग्ध हरकतों में तेजी आई है।
चौधरी ने यह जानकारी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो के माध्यम से साझा की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जैसलमेरवासी सुरक्षित हैं लेकिन सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि दुश्मन पक्ष की ओर से मिसाइल हमलों और भारी गोलाबारी की सूचनाएं मिली हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने समय रहते इन मिसाइलों को निष्क्रिय कर दिया, जिससे एक बड़ी तबाही टल गई।
ये भी पढ़ें: Rajasthan News: बाड़मेर में ब्लैक आउट… घर में रहें, लाइटें बंद रखें; रोशनी वाले बोर्ड-बैनर हटाने के निर्देश
पूर्व मंत्री कैलाश चौधरी ने अपने एक अन्य सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि जब दुश्मन कायरता दिखाता है, तब भारत की सेना अपना शौर्य दिखाती है। जैसलमेर में पाकिस्तान की ओर से हो रहे रिहायशी हमलों का हमारी जांबाज सेना पूरी बहादुरी और सूझबूझ के साथ सामना कर रही है। ऐसे समय में हम सभी का कर्तव्य है कि हम सेना और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें, अफवाहों से बचें और शांतिपूर्ण ढंग से सतर्कता बरतें।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की आपात बैठक
इधर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कल जयपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारी, गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस महानिदेशक और सीमावर्ती जिलों के कलेक्टर व एसपी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि राजस्थान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर उत्पन्न हो रही परिस्थितियों को देखते हुए प्रत्येक जिले में विशेष सतर्कता बरती जाए। सेना के साथ समन्वय को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और आवश्यक संसाधनों की तत्काल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने अधिकारियों को सीमावर्ती क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने, सीसीटीवी व निगरानी ड्रोन की संख्या बढ़ाने, और आपात स्थिति से निपटने के लिए राहत दलों को तैयार रखने के निर्देश दिए। साथ ही प्रदेशवासियों से भी अपील की कि वे गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें और किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचें।
ये भी पढ़ें: Alwar News: मिर्जापुर गांव में मकान विवाद ने लिया हिंसक रूप, आठ लोग गंभीर रूप से घायल
सूत्रों के मुताबिक सेना की दक्षिण कमान और वायु सेना पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर के सीमावर्ती इलाकों में सेना ने न केवल अतिरिक्त तैनाती की है, बल्कि निगरानी तंत्र को भी दोगुना कर दिया गया है। राडार, सैटेलाइट और थर्मल इमेजिंग जैसे अत्याधुनिक उपकरणों से भी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
इस पूरी स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने भी आमजन से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर विश्वास न करें और केवल अधिकृत सूत्रों से प्राप्त जानकारी को ही मानें। प्रशासन ने यह भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर कर्फ्यू या धारा 144 जैसे कदम भी उठाए जा सकते हैं।