जयपुर रेलवे स्टेशन के पास पार्क से अगवा किए गए डेढ़ वर्षीय बच्चे को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। बच्चे की पहचान राज ठाकुर पुत्र जीतू ठाकुर निवासी ग्राम गढ़ी परसोती, थाना सुरीर, जिला मथुरा के रूप में हुई है। घटना के पीछे के क्राइम एंगल ने न केवल स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया, बल्कि आम लोगों में भी भारी आक्रोश फैलाया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और अब उससे गहन पूछताछ की जा रही है।
संदिग्ध की पहचान और अपहरण की योजना
सूत्रों के मुताबिक, आरोपी ने बच्चे को उस समय अगवा किया जब वह रेलवे स्टेशन के नजदीक पार्क में परिजनों से कुछ ही दूरी पर खेल रहा था। संदिग्ध की पहचान एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति के रूप में हुई है, जो हल्के स्काई ब्लू रंग की शर्ट और गहरे रंग की पैंट पहने हुए था। वह बच्चे को बहला-फुसलाकर वहां से ले गया। बच्चे के शरीर पर गहरे नीले रंग की शर्ट थी, जो दूर से काली नजर आती थी और उस पर सफेद निशान भी थे। चौंकाने वाली बात यह थी कि बच्चे ने नीचे कुछ नहीं पहन रखा था, जिससे उसकी पहचान आसानी से हो सके।
पुलिस की तत्परता और जनता का सहयोग
घटना की सूचना मिलते ही डीसीपी पश्चिम के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई। सोशल मीडिया और पुलिस नेटवर्क के माध्यम से संदिग्ध की तस्वीर सार्वजनिक की गई। सूचना देने वाले को 25,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा भी की गई थी।
स्थानीय लोगों और रेलवे स्टेशन के आसपास सक्रिय मुखबिर तंत्र की सतर्कता से आरोपी को चिन्हित कर पुलिस ने उसे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बच्चा उठाने की बात कबूली और बताया कि वह उसे किसी और को बेचने की फिराक में था।
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गंभीर धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण और बच्चों की तस्करी से संबंधित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। थाना सदर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। यह भी जांच की जा रही है कि कहीं वह किसी संगठित गिरोह का हिस्सा तो नहीं।
पुलिस का बयान
डीसीपी पश्चिम ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा, “हमारे लिए बच्चे की सुरक्षा सर्वोपरि थी। टीम ने बेहद संवेदनशीलता और प्रोफेशनलिज्म के साथ कार्रवाई की और बच्चा सकुशल बरामद हो गया। आरोपी को पकड़ लिया गया है और उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चेतावनी बनकर सामने आई है। माता-पिता से अपील की गई है कि सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों पर विशेष निगरानी रखें। रेलवे स्टेशन जैसे भीड़भाड़ वाले इलाके में बच्चा उठाया जाना बड़ी चूक थी, लेकिन पुलिस की तेजी और लोगों के सहयोग से एक बड़ा हादसा टल गया।