ताकि हो सुंडी नियंत्रणकपास की फसल में गुलाबी सुंडी के प्रकोप को रोकने के लिए कृषकों को कृषि विभाग की ओर से तकनीकी उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही है। समन्वित कीटनाशी प्रबंधन को अपनाने की सलाह विभागीय अधिकारी दे रहे हैं। किसानों को चाहिए कि वह गर्मी में गहरी जुताई कर फसल चक्र अपनाएं। खेत व उसके आसपास उगे खरपतवारों को नष्ट करें। बीटी कपास की बिजाई एक मई से बीस मई के बीच ही करें ताकि फसल पर गुलाबी सुंडी के प्रभाव को कम किया जा सके। बीटी कपास की पुरानी टिंडियों और अवशेषों को खेत में एकत्रित नहीं करें। यदि खेत में बन्छट्टियां (पुराने कपास के पौधों की लकडिय़ां) पड़ी हैं तो उन्हें झाडकऱ अलग करें। टिंडियों को जलाकर नष्ट करें। गुलाबी सुंडी प्रभावित क्षेत्रों से अप्रभावित क्षेत्रों में बीटी कपास की लकडिय़ों को नहीं ले जाएं। ऐसा करके संक्रमण को काफी हद तक रोक सकेंगे। पानी का संकट तो अपना रहे तकनीकजिले में इस वक्त नहरी पानी का सकट चल रहा है। बांधों में पानी नहीं होने की वजह से नहरों में पानी नहीं चलाया जा रहा है। सिंचाई पानी के संकट से जूझ रहे किसान अब ड्रिप इरीगेशन की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। कुछ कपास उत्पादक किसानों ने खेतों में ड्रिप लगाई है। खेती के आधुनिक तौर तरीके अपनाकर किसान कम पानी में भी अच्छी पैदावार ले रहे हैं।
india, india news, india news, latest india news, news today, india news today, latest news today, latest india news, latest news hindi, hindi news, oxbig hindi, oxbig news today, oxbig hindi news, oxbig hindi
ENGLISH NEWS
सफेद सोना मतलब कपास की बिजाई अगले सप्ताह से शुरू | city news

- Advertisement -