जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सौम्या झा ने गुरुवार को भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष में कानून-व्यवस्था को लेकर बैठक ली। इसमें जिले के सभी उपखंड अधिकारियों और ब्लॉक स्तरीय अफसरों को दिशा-निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने कहा कि जिले में शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना सभी अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सार्वजनिक स्थानों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जाए। उन्होंने होटल, धर्मशाला और ढाबों की नियमित जांच के निर्देश भी दिए।
सोशल मीडिया पर निगरानी और अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश
डॉ. झा ने सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक व आपत्तिजनक पोस्ट्स पर नजर रखने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्य मार्गों पर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग के भी आदेश दिए गए।
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उन्होंने एएसपी बिजेंद्र सिंह भाटी को अभय कमांड सेंटर से सभी सीसीटीवी कैमरों की निगरानी सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही स्थानीय दुकानों व घरों में लगे कैमरों की दिशा सार्वजनिक स्थलों की ओर रखने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया।
बाल विवाह पर विशेष नजर
कलेक्टर ने अक्षय तृतीया, पीपल पूर्णिमा, बड़ल्या नवमी और देवउठनी एकादशी जैसे अवसरों पर संभावित बाल विवाहों को रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, बीईईओ, बीट कांस्टेबल और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने को कहा।
साथ ही प्रिंटिंग प्रेस, पंडित और काजी को हिदायत दी कि वर-वधू की उम्र की जांच किए बिना विवाह से संबंधित सेवाएं न दें। उपखंड अधिकारियों को औचक निरीक्षण के आदेश दिए गए। आयु प्रमाण न होने पर विवाह कार्ड छापने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में एडीएम रामरतन सौकरिया, एसडीओ, पुलिस उपाधीक्षक, बीडीओ, तहसीलदार और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।