नहरी सिस्टम के विशेषज्ञ एडवोकेट सुभाष सहगल के मुताबिक रावी, व्यास और सतलुज नदियों का पानी फिरोजपुर जिले में बने हरिके बैराज पर लाकर नहरी सिस्टम को दिया जाता है। हर साल बांधों के फीलिंग पीरियड यानी बरसात के मौसम में अतिरिक्त पानी को हरिके बैराज पर पश्चिम की तरफ बने गेटों से पाकिस्तान की तरफ निकाला जाता है। यह पानी हुसैनीवाला में बने पुराने हैडवर्क्स से होकर बॉर्डर पार करता है। आजादी से पहले हुसैनीवाला से ही बीकानेर कैनाल निकलती थी। इसका निर्माण महाराजा गंगासिंह ने करवाया था। हर साल जून-जुलाई-अगस्त में औसतन 1.30 एमएएफ (मिलीयन एकड़ फीट) पानी हुसैनीवाला के रास्ते पाकिस्तान चला जाता है। इससे पाकिस्तान में सैकड़ों हेक्टेयर भूमि पर खेती होती है। एक तो पाकिस्तान की आर्थिक कमर टूटेगी, दूसरा राजस्थान की नहरों में फरवरी-मार्च में पानी की किल्लत नहीं झेलनी पड़ेगी। बटाला तहसील से भी जाता है पानी हमारी नदियों का पानी हुसैनीवाला हेड के साथ पंजाब की बटाला तहसील के नारोवाल गांव के पास से होकर भी बॉर्डर पार जाता है। करीब एक हजार क्यूसेक सीपेज से पानी लगातार बहता रहता है। इस पानी को रोककर पंजाब में उपयोग में लिया जा सकता है। यह भी पढ़ें राजस्थान में 8.75 KM लंबी वाटर टनल बनकर तैयार, यहां बनेगा ‘बांध’; 637 गांवों को होगा जबरदस्त फायदा तीन बारहमासी नदी उनके और एक हमारे पास सिंधु जल समझौते के तहत पाकिस्तान को पानी दे रही चेनाब, झेलम और सिंधु तीनों नदियां बारहमासी हैं। यानी साल के 12 महीने इनमें पानी चलता रहता है। जबकि भारत को मिली रावी, व्यास और सतलुज में केवल सतलुज एक नदी ही बारहमासी है। शेष दो रावी और व्यास में सर्दियों के मौमस में नाम मात्र का पानी ही चलता है। डैम जैसा सिस्टम बनाकर ला सकते हैं पानी जानकारों के मुताबिक रावी, व्यास, सतलुज नदी से ढाई से तीन सौ फीट की ऊंचाई पर चेनाब, झेलम और सिंधु नदी बहती है। इन नदियों पर डैम जैसा सिस्टम बनाकर पानी रावी, व्यास और सतलुज नदी की तरफ मोडा जा सकता है। अब सिंधु जल समझौता स्थगित करने के बाद इस विकल्प पर भी विचार किया जाना चाहिए। यह भी पढ़ें तुमने हिंदुओं का ठेका ले रखा है? बंद बुलाने की घोषणा पर धमकी, VHP जिलाध्यक्ष बोले- ‘जीवन एक बार मिलता है’
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सिंधु नदी से बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर को मिलेगा पानी? अगर बन जाए ये सिस्टम तो ‘रेगिस्तान’ की खुलेगी किस्मत | Bikaner, Jaisalmer and Barmer get water from Indus river this system is made then fortunes of desert will change

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