राजस्थान
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जानकारी के अनुसार मुक्ताप्रसाद नगर के मकान नंबर 7/ 154 में 6 सितंबर की रात करीब 12.30 बजे चोरी हो गई। चोर गहने और नकदी सहित करीब 40 लाख रुपये के सामान पर हाथ साफ कर गया। घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरी की यह पूरी घटना कैद हो गई। घरवाले परिवार में गमी होने के कारण बाहर गए थे। 12 सितंबर को लौटे तो चोरी का पता चला। इस संबंध में परिवादी लक्ष्मण पड़िहार ने अज्ञात शख्स के खिलाफ मुक्ताप्रसाद थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया। उसी दिन परिवादी की पत्नी को घर की छत पर एक आधार कार्ड मिला, जो किसी संपत उर्फ ओमप्रकाश का था। यह व्यक्ति उनके घर से कुछ ही दूरी पर रहता था। शक होने पर परिवादी लक्ष्मण उसके घर पहुंचे तो पता चला कि संपत तीन-चार दिन से घर से गायब है।
इसके बाद उन्होंने संपत के भाई शिव नायक पर दबाव बनाया तो वह एक थैला लेकर आया, जिसमें चोरी का सामान मिल गया। घटना को लेकर पुलिस की भूमिका पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। परिवादी लक्ष्मण ने चोरी के आरोपी संपत के भाई शिव का मोबाइल खंगाला तो उसके मोबाइल में मुक्ताप्रसाद थाने में तैनात एएसआई के साथ हुई शिव की बातचीत की ऑडियो मिली, जिसमें शिव इस पूरी चोरी की घटना के पीछे किसी मोटे आदमी की बात कर रहा है।
हालांकि पुलिस ने विभाग की बदनामी के डर से आरोपी चोर को गिरफ्तार कर लिया है और उससे चोरी किए गए सामान की रिकवरी भी की जा चुकी है लेकिन परिवादी द्वारा चोरी के इस मामले को लेकर दिए गए सबूतों के आधार पर मामले में शामिल पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई ना करना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।