Farmer Protest: उत्तर प्रदेश के नोएडा के किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इसी बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा कदम उठाया. उनके निर्देश पर गौतम बुद्ध नगर में नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में आंदोलनरत किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए एक समिति का गठन किया गया है. ये समिति एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी.
वहीं, उत्तर प्रदेश के नोएडा में दलित प्रेरणास्थल पर शांति भंग करने के लिए गिरफ्तार किये गये संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को पुलिस ने बुधवार शाम को रिहा कर दिया था. आइये जानते हैं कि इस आंदोलन के 10 बड़े लेटेस्ट अपडेट:
किसान आंदोलन के लेटेस्ट अपडेट
ग्रेटर नोएडा में एहतियात के तौर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. किसानों ने 2 दिसंबर को नोएडा के राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर धरना-प्रदर्शन किया. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और साइट को खाली कराया था.
उत्तर प्रदेश के नोएडा में दलित प्रेरणास्थल पर शांति भंग करने के लिए गिरफ्तार किये गये संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को पुलिस ने बुधवार शाम को रिहा कर दिया. पुलिस ने मंगलवार शाम को करीब 160 लोगों की गिरफ्तार किया था हालांकि कई बुजुर्ग, महिलाओं और बीमार लोगों को जेल के गेट से मुचलके पर ही छोड़ दिया गया था.
किसान नेताओं के परिवार ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए वीडियो जारी किया है. उन्होंने बताया कि बीती देर रात उनके घर के दरवाजे तोड़े गए और उन्हें गिरफ्तार किया गया.
किसान नेता रूपेश ने भी अपना देर रात एक वीडियो जारी कर किसानों से गुरुवार दोपहर 12 बजे तक फिर जीरो पॉइंट पहुंचने का आह्वान किया है.रूपेश ने अपने जारी किए गए वीडियो में किसान नेताओं के साथ विश्वासघात की बात कही है. उन्होंने बताया है कि कुछ किसानों को दोबारा देर रात हिरासत में लिया गया है.
किसान नेता बृहस्पतिवार सुबह फिर से जीरो प्वाइंट पर इकट्ठा होकर बैठक करेंगे, जिसके बाद यह निर्णय लिया जाएगा की धरना कहीं और शुरू किया जाए या फिर उसी जगह.
किसान नेता सुनील फौजी ने बताया कि नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दे रहे 160 से ज्यादा किसानों को मंगलवार को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जिनमें से 123 किसानों को पुलिस ने गौतम बुद्ध नगर की लुक्सर जेल में भेज दिया था.
किसानों की गिरफ्तारी के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे के ‘जीरो प्वाइंट’ पर महापंचायत बुलाई थी लेकिन महापंचायत में भाग लेने के लिए मुजफ्फरनगर से निकले नरेश टिकैत को भौंवरा कला तथा राकेश टिकैत को अलीगढ़ के टप्पल में रोक दिया गया था.
राकेश टिकैत की अनुपस्थिति में उनके बेटे गौरव टिकैत ने महापंचायत को संबोधित किया था हालांकि राकेश टिकैत शाम को पुलिस को चकमा देकर पंचायत स्थल पर पहुंचने के लिए दौड़ते हुए यमुना एक्सप्रेसवे पर चढ़ गए.घटना से जुड़ा एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें राकेश टिकैत को एक कैंटर पर चढ़ते हुए और उनके पीछे-पीछे पुलिसकर्मियों को दौड़ते हुए देखा जा सकता है.हालांकि पुलिस वालों ने कैंटर रुकवा कर उन्हें दोबारा से रोक लिया.
महापंचायत में शामिल होने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हापुड़, गाजियाबाद, शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर और मेरठ से बड़ी संख्या में किसान अपने-अपने निजी वाहनों और ट्रैक्टर-ट्रॉली से पहुंचे थे.
इसी बीच सीएम योगी के सख्त आदेश है कि अराजकता करने वालों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाए. सीएम योगी के दफ्तर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक कहा गया है, गौतमबुद्धनगर हो, अलीगढ़ हो या संभल अथवा कोई अन्य जनपद, अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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