‘मतदाता सूची से किसी का नाम नहीं कटेगा’, बिहार वोटर लिस्ट संशोधन पर बोले CEC ज्ञानेश कुमार

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देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार शनिवार (5 जुलाई, 2025) को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद पहुंचे. चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने फिरोजाबाद पहुंचे थे. यहां उन्होंने निरीक्षण भवन में फिरोजाबाद के जिला अधिकारी रमेश रंजन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित के साथ मुलाकात की.
उसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ने फिरोजाबाद के छदामी लाल जैन मंदिर पहुंचकर दर्शन किए और फिर फिरोजाबाद क्लब में आयोजित माथुर वैश्य इंटरनेशनल क्लब के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. 
बिहार चुनाव प्रक्रिया पर उठे सवालों का दिया जवाब
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने भारतीय चुनाव व्यवस्था को संवैधानिक और पारदर्शी बताया. बिहार चुनाव से पहले मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि बिहार चुनाव की तैयारी 4 महीने पहले से शुरू हो चुकी है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव आयोग के लिए सबसे अहम मतदाता होते हैं और फिर राजनीतिक दल. बिहार चुनाव से पहले सूची तैयार करने को लेकर जो सवाल खड़े हो रहे हैं, वह निराधार हैं. चुनाव से पहले राज्य के राजनीतिक दलों के साथ बैठक की गई है. लगभग 5000 बैठक अब तक आयोजित की गई हैं, जिसमें 28000 से अधिक राष्ट्रीय राजनीतिक दल और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के सदस्यों ने सहभागिता की है.
बिहार में नहीं कटेगा किसी मतदाता का नाम
बिहार के कोसी नदी क्षेत्र में रह रहे मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जाने और विपक्षी दलों की ओर से लगातार चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए जाने के मामले को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि चुनाव आयोग की तरफ से जो भी आदेश जारी किया जाता है, उसको पहले पढ़ लिया जाए और उसके बाद चर्चा की जाए तो ज्यादा बेहतर रहता है. बिहार में किसी भी मतदाता को मतदाता सूची से नहीं हटाया जाएगा. 
उन्होंने कहा कि बिहार में 2003 में हुए विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची में जो भी मतदाता है, उन्हें संविधान की धारा 326 के अंतर्गत पात्र मतदाता माना जाएगा. उन्होंने कोसी नदी के क्षेत्र में बाढ़ ग्रस्त इलाकों में रह रहे लोगों की समस्या के समाधान का हवाला देते हुए कहा कि 2003 की सूची में जो भी मतदाता हैं, उनसे किसी भी प्रकार के प्रपत्र नहीं मांगे जाएंगे. साथ ही उनके बच्चों के भी किसी भी प्रकार के दस्तावेज साक्ष्य के तौर पर नहीं मांगे जा रहे हैं. 
इतने समय में पूरा होगा मतदाता सूची का काम
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि 2002 में बिहार राज्य की मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण जिस तरह से हुआ था, इस तरह से इस बार भी 31 दिन यानि 24 जून से 15 जुलाई तक मतदाता सूची का दोबारा निरीक्षण कार्य किया जा रहा है. इसकी समय सीमा 31 दिन की होती है. इसी समय अवधि में मतदाता सूची का कार्य पूर्ण किया जाएगा.
रिपोर्ट- रंजीत गुप्ता
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