‘जम्मू-कश्मीर से 370 हटाने के लिए लोहे का जिगर चाहिए था’, राज्यसभा में बोले अमित शाह

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अमित शाह ने कहा, “संविधान की रचना के बाद डॉ आंबेडकर ने बहुत सोच समझकर एक बात कही थी कि कोई संविधान कितना भी अच्छा हो, वह बुरा बन सकता है, अगर जिन पर उसे चलाने की जिम्मेदारी है, वो अच्छे नहीं हों. उसी तरह से कोई भी संविधान कितना भी बुरा हो, वो अच्छा साबित हो सकता है, अगर उसे चलाने वालों की भूमिका सकारात्मक और अच्छी हो. ये दोनों घटनाएं हमने संविधान के 75 साल के कालखंड में देखी हैं.
राहुल गांधी पर इशारों में निशाना
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए अमित शाह बोले, “54 साल के युवा हवा में बात करके कहते हैं संविधान बदल देंगे. इसका प्रावधान संविधान में ही है. 16 साल में हमने 22 परिवर्तन किए. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने परिवर्तन किए.”
उन्होंने कहा, “आज जब 75 साल के समय के बाद, संविधान को स्वीकार करने के बाद पीछे मुड़कर देखते हैं तो सरदार पटेल का मैं धन्यवाद करना चाहता हूं कि उनके अथक परिश्रम के कारण आज एक होकर देश मजबूती के साथ दुनिया के सामने खड़ा है.”
आपातकाल को लेकर कांग्रेस पर हमला
अमित शाह ने 39वां संविधान संशोधन को लेकर भी कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा, “ये संविधान संशोधन क्या था. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इंदिरा गांधी के निर्वाचन को अवैध घोषित कर दिया था. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने निर्वाचन अमान्य कर दिया और उन्होंने प्रधानमंत्री पद की न्यायिक जांच पर भी संशोधन से रोक लगा दिया. ये जो कम्युनिस्ट भाई अधिकारों की बात करते हैं, रात में कभी सोचना भैया किसके साथ बैठे हो. एक कहता है कि मैं शासक हूं, मेरी कोई जांच नहीं कर सकते और हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि प्रधान सेवक हूं. उन्होंने एक देश, एक चुनाव बिल पर संसद और विधानसभाओं के कार्यकाल बढ़ाने की बात कर रहे थे कि नहीं कर सकते. इन्होंने इमरजेंसी में विधानसभाओं का कार्यकाल ही बढ़ाकर पांच से छह साल कर दिया कि चुनाव हुए तो हार जाएंगे.”
ईवीएम पर विपक्ष की शिकायतों पर बोले केंद्रीय गृह मंत्री
विपक्ष की ओर से चुनाव में ईवीएम को लेकर शिकायत की जाती है. इस पर अमित शाह ने कहा, “अभी कुछ नहीं है तो हारने पर ईवीएम ले लेकर घूमते हैं. महाराष्ट्र में सूपड़ा साफ हो गया और दूरबीन लेकर दिखाई नहीं देता. उसी दिन झारखंड में जीते हैं तो टप से नए कपड़े पहनकर जाकर शपथ ले ली. एक जगह ईवीएम सही, एक जगह खराब है.”
‘हमने 16 साल में 22 संशोधन किए, कांग्रेस ने 55 साल में 77 बार संविधान बदला’
अमित शाह ने कहा, “भाजपा ने 16 साल राज किया और 22 बार संविधान में संशोधन किया. वहीं कांग्रेस ने 55 साल राज किया और 77 बार संविधान में परिवर्तन किया. भाजपा और कांग्रेस दोनों ने परिवर्तन किए, लेकिन परिवर्तन का उद्देश्य क्या था? इससे पार्टी का संविधान में विश्वाश का पता चलता है. प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के समय संविधान में पहला संशोधन किया गया और 19A जोड़ा. ये संशोधन अभियक्ति की आजादी और  अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कर्टेल करने के लिए किया गया.  इसी तरह 24वां संशोधन किया गया और इसके माध्यम से नागरिकों के मौलिक अधिकार कम कर दिए गए. इसी तरह कांग्रेस ने सिर्फ अपने उद्देश्य के लिए संविधान में कई संशोधन किए.”
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “वोटबैंक की राजनीति कांग्रेस करती है, वोटबैंक की राजनीति हम नहीं कर रहे हैं. वोटबैंक की राजनीति करके मुस्लिम बहनों के साथ इतने दिनों तक अन्याय करने का काम किया. कांग्रेस पार्टी ने किया है. हमने तो ट्रिपल तलाक खत्म करके मुस्लिम माताओं-बहनों को अधिकार दिया.”
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