AP Singh on developing new technology: वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शनिवार (8 मार्च, 2025) को कहा कि भारतीय पारिस्थितिकी तंत्र को उस स्तर पर पहुंचने की जरूरत है, जहां नई प्रौद्योगिकी का विकास भारत में हो और अन्य देश इसका अनुसरण करें.
वायु सेना प्रमुख ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में एक संवादात्मक सत्र के दौरान कहा कि मौजूदा संघर्षों से एक सबक यह मिलता है कि लंबे समय तक चलने वाले युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए. वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘इसलिए अपनी अन्य क्षमताओं के साथ हमें लंबे समय तक चलने वाले युद्ध में टिके रहने की क्षमता का निर्माण करने की आवश्यकता है.’’
‘युद्ध छोटे और त्वरित होंगे’
एपी सिंह ने कहा कि पहले का यह विचार अब बदल गया है. उन्होंने कहा, “युद्ध छोटे और त्वरित होंगे और हमें उद्योग के समर्थन की आवश्यकता है ताकि हम अपने घाटे को पूरा कर सकें. दूसरा, हवाई क्षेत्र में नियंत्रण की प्रधानता स्पष्ट रूप से सामने आई है.’’
‘वॉर से मानव रहित वाहनों की भूमिका सामने आई’
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह से जब दुनिया में जारी संघर्षों से मिले सबक के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि संघर्ष से प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से मानव रहित वाहनों की भूमिका सामने आई है. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के साथ हमें आगे बढ़ने की जरूरत है.’’
बिल्ली और चूहे का खेल चलता रहेगा
उनसे उन खबरों के बारे में भी सवाल किया गया कि पाकिस्तान एक पड़ोसी देश से पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान लेने वाला है. उन्होंने कहा कि यह सार्वजनिक स्रोत से मिली सूचना है, पाकिस्तान को पांचवीं पीढ़ी के विमान दिए जाने की बातचीत जारी है. हालांकि, वायुसेना प्रमुख ने कहा कि अगर दुश्मन का विमान प्रौद्योगिकी के रूप से उन्नत है, तो रणनीति अपनाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि यह बिल्ली और चूहे का खेल है, जो चलता रहेगा. हमें उनके कदम उठाने पहले ही अनुमान लगाना होगा और प्रौद्योगिकी में उनसे आगे निकलना होगा.
‘अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में विफलता के लिए रहें तैयार’
एयर चीफ मार्शल सिंह ने इस बात पर अफसोस जताया कि, ‘‘हम प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभी अनुसरण कर रहे हैं. हमें एक ऐसे चरण तक पहुंचने की जरूरत है जहां नयी प्रौद्योगिकी भारत से निकले और दूसरे उसका अनुसरण करें.’’ उन्होंने आग्रह किया कि अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को विफलता के लिए तैयार रहना चाहिए और इससे जल्दी सीखना चाहिए.
व्यक्ति को आत्मविश्वास होना चाहिए, लेकिन अति आत्मविश्वास नहीं
एपी सिंह से यह भी पूछा गया कि भारतीय वायुसेना आज उसी तरह की स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया देगी, जो उसने फरवरी 2019 में बालाकोट हवाई हमले के समय किया था. इस पर वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हम जो करेंगे, उसके बारे में हम पहले से नहीं बता सकते. हमारे पास विकल्प उपलब्ध हैं और यह इस आधार पर तय किया जाता है कि कैसा खतरा है… हम क्या परिणाम चाहते हैं… मुझे यकीन है कि अगर हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं होती तो बालाकोट नहीं होता.’’ एपी सिंह ने यह भी रेखांकित किया कि युद्ध में प्रवेश करते समय व्यक्ति को आत्मविश्वास होना चाहिए, लेकिन अति आत्मविश्वास नहीं.
वायरल वीडियो पर कहा- ‘ये बेहूदा हरकत’
एयर चीफ मार्शल से बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2025 के दौरान एचएएल के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों और इंजीनियरों के साथ उनकी हाल की उस बातचीत के बारे में भी सवाल किया गया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी. एयर चीफ मार्शल सिंह ने उनकी निजी बातचीत का वीडियो बनाए जाने को बेहूदा करार दिया और कहा, ‘‘क्या आप चाहते हैं कि कोई आपकी निजी बातचीत का वीडियो बनाए. मैं एचएएल में अपने सहयोगियों से बात कर रहा था. जिस तरह से यह (वीडियो) सामने आया, वह सही नहीं था…हमने भी गलतियां की हैं.’’
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