Last Updated:March 26, 2025, 20:56 ISTअमेरिका में संभावित मंदी ग्लोबल इकोनॉमी के लिए और अधिक परेशानी खड़ी कर सकती है. हालांकि, ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने कहा है कि अमेरिका में मंदी भारत की इकोनॉमी के लिए पॉजिटिव साबित हो सकती है.ट्रंप के टैरिफ से अमेरिका पर छाए मंदी के बादल!हाइलाइट्सअमेरिका में संभावित मंदी से भारत को फायदा हो सकता है.ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से ग्लोबल ट्रेड वॉर का खतरा बढ़ा.भारत की इकोनॉमी अमेरिकी मंदी से मजबूत हो सकती है.नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से ग्लोबल ट्रेड वॉर का खतरा बढ़ गया है. आशंका जताई जा रही है कि ट्रंप के टैरिफ फैसलों के कारण अमेरिका में आर्थिक मंदी आ सकती है. 2 अप्रैल से भारत पर भी ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ लागू हो सकते हैं.
इसके अलावा ट्रंप ने ऐलान किया है कि जो भी देश वेनेजुएला से तेल या गैस खरीदेगा, उस पर 25 फीसदी सेकेंडरी टैरिफ लगाया जाएगा. भारत वेनेजुएला के तेल के प्रमुख खरीदारों में से एक है. भारत 2024 में वेनेजुएला से 2.2 करोड़ बैरल तेल खरीद चुका है. इस टैरिफ से भारतीय तेल रिफाइनरियों की लागत बढ़ सकती है और सप्लाई चेन में बाधा आ सकती है.
भारत के लिए फायदेमंद हो सकती है अमेरिकी मंदी: बर्नस्टीनट्रंप के टैरिफ संकट के बीच एक और ग्लोबल चैलेंज उभर रही है. अमेरिका में संभावित मंदी ग्लोबल इकोनॉमी के लिए और अधिक परेशानी खड़ी कर सकती है. हालांकि, अमेरिका की आर्थिक समस्याएं वास्तव में भारत के लिए फायदेमंद हो सकती हैं. खासकर जब भारत ट्रंप के टैरिफ के कारण बहुत चिंता में है. ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने कहा है कि अमेरिका में मंदी भारत की इकोनॉमी के लिए पॉजिटिव साबित हो सकती है.
क्या अमेरिका मंदी की ओर बढ़ रहा है?कुछ ही महीनों में अमेरिका में माहौल बदल गया है. ट्रंप के टैरिफ ने निवेशकों को डरा दिया है, जिससे आर्थिक मंदी के डर ने शेयर बाजार में बिकवाली को बढ़ावा दिया है. ट्रंप की पॉलिसी ने बिजनेस, कंज्यूमर्स और निवेशकों के लिए अनिश्चितता बढ़ा दी है. हाल ही में डॉयचे बैंक के एक सर्वेक्षण ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर खतरे की घंटी बजाई है, इसमें बताया गया है कि अगले 12 महीनों में मंदी की संभावना 43 फीसदी है. जेपी मॉर्गन के ब्रूस कस्मान का सुझाव है कि अगर ट्रंप के नए टैरिफ पूरी तरह से लागू हो जाते हैं, तो मंदी का खतरा 50 फीसदी से ज्यादा हो सकता है.
अमेरिका में कंज्यूमर का विश्वास मार्च में लगातार चौथे महीने गिरा. एक सर्वेक्षण के मुताबिक, घरों के लोग भविष्य को लेकर पिछले 12 सालों में सबसे अधिक निराशावादी हैं. एलेथिया कैपिटल के मुख्य अर्थशास्त्री जिम वॉकर ने एक रिसर्च रिपोर्ट पर जोर देते हुए कहा कि अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था आगामी संभावित मंदी से बच सके तो यह आश्चर्यजनक होगा. ब्लूमबर्ग के कॉलमनिस्ट कॉनर सेन ने लिखा है, “दूसरे हाफ में मंदी के जोखिम वास्तव में सामने आएंगे क्योंकि व्हाइट हाउस की ट्रेड पॉलिसी लागू होंगी और इस दौरान बाजार में काफी अस्थिरता की उम्मीद है.”
कैसे भारत को अमेरिकी मंदी से फायदा हो सकता हैइन्वेस्टिंग डॉट कॉम ने रिपोर्ट किया है कि बर्नस्टीन का मानना है कि अगर अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी में प्रवेश करती है, तो भारत अपनी यूनिक आर्थिक लचीलापन और अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने वाले मजबूत घरेलू फैक्टर्स के कारण विजेता के रूप में उभर सकता है. बर्नस्टीन के एनालिस्ट ने कहा, “सबसे बड़ी और पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अतीत में अक्सर एक-दूसरे से काफी स्वतंत्र रही हैं.”
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :March 26, 2025, 20:52 ISThomebusinessअमेरिका पर मंडरा रहे आर्थिक मंदी के बादल, फायदा होगा भारत को
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