दोस्‍तों से 5 लाख कर्ज लेकर बना दी 1000 करोड़ की कंपनी, कई देशों में कारोबार

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दोस्‍तों से 5 लाख कर्ज लेकर बना दी 1000 करोड़ की कंपनी, कई देशों में कारोबार

नई दिल्‍ली. कहते हैं, ‘दिल में कुछ कर गुजरने का जज्‍बा हो तो कामयाबी खुद कदम चूमती है.’ जिन्‍हें इन शब्‍दों पर भरोसा नहीं वे नितिन सेठ की कहानी जरूर पढ़ें. मिडिल क्‍लास फैमिली से निकलकर एक कामयाब एंटरप्रेन्‍योर बनने तक का उनका सफर किसी मैजिक से कम नहीं है. इस पूरे सफर में वैसे तो नितिन को कई लोगों का साथ मिला, लेकिन उनकी कामयाबी का एक ही मूलमंत्र रहा है, ‘छोटे-छोटे लक्ष्‍य बनाकर आगे बढ़ते जाओ.’ ऐसे ही छोटे-छोटे कदमों से बढ़ते हुए आज नितिन की कामयाबी 1000 करोड़ से भी बड़ी कंपनी में बदल चुकी है.

नितिन सेठ एक मध्‍य वर्गीय परिवार से आने वाले बहुत ही साधारण युवक थे, बस उनकी प्रतिभा ही असाधारण थी. पिता मेडिकल रीप्रेजेंटेटिव यानी एमआर थे और मां घर के कामकाज में लगी रहती थीं. बचपन से ही पढ़ने में मेधावी रहे नितिन ने आईआईटी की परीक्षा पास करके बॉम्‍बे में ए‍डमिशन लिया और ग्रेजुएशन पूरा हुआ भी नहीं कि उनका कैंपस सेलेक्‍शन हो गया. हर युवा का सपना होता है कि आईआईटी से पढ़ाई करके अच्‍छी जॉब की जाए. नितिन का यह सपना तो शुरुआत में ही पूरा हो गया, लेकिन उनके मन में कुछ ही कर गुजरने की ललक जाग उठी. इस चिंगारी ने आग का रूप लिया तो नौकरी छोड़ कुछ दोस्‍तों के साथ खुद का बिजनेस करने चल पड़े.

समस्‍या से निकला सफल आइडियानितिन सेठ बताते हैं कि उनके बिजनेस का आइडिया लोगों की समस्‍या को देखकर ही सामने आया. उन्‍होंने बताया कि कुछ समय पहले तक ज्यादातर व्यापारिक संचार उपभोक्ताओं के साथ फोन के माध्यम से SMS या कॉल के जरिए होता था. इसका अधिकांश हिस्सा मैन्युअल रूप से किया जाता था, जो समय लेने वाला और महंगा था. लिहाजा हमने मुंबई में रिटेलर्स के लिए SMS और WhatsApp के जरिए लॉयल्टी प्रोग्राम चलाना शुरू किया, लेकिन समस्या यह थी कि उनके पास अपने ग्राहकों का संगठित डेटाबेस नहीं था. फिर हमने क्लाउड में डेटा स्टोर करना शुरू किया और Salesforce और Zoho के साथ साझेदारी की.

दोस्‍तों से 5 लाख लिया उधारनितिन ने कहा, ‘मैं एक सामान्य मध्य वर्गीय परिवार से आता हूं, जहां माता-पिता ने बच्चों की शिक्षा पर पूरा ध्यान दिया. मैंने IIT से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, इसलिए मेरी मां को मुझसे बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन उन्होंने मुझे नए प्रयोग करने और नई चीजें बनाने की स्वतंत्रता भी दी. एसएमएस मैजिक मेरा दूसरा स्टार्टअप है. इससे पहले, मैंने मुंबई में अपने IIT बॉम्बे के सहयोगियों के साथ एक और स्टार्टअप में काम किया था, जहां हम Airtel और अन्य कैरियर्स के साथ साझेदारी में कैरियर डेक पर लोकेशन आधारित सेवाएं बना रहे थे.

ग्राहक से बातचीज कर बनाया मैजिक प्रोडक्‍टनितिन ने बताया कि दिल्ली में पले-बढ़े और मुंबई में अपनी यात्रा शुरू करने के बाद मैंने उपभोक्ता व्यवहार को बहुत करीब से देखा. खुदरा विक्रेताओं से बात करने के अनुभव ने मुझे उनकी मानसिकता और चुनौतियों के बारे में गहरी समझ दी. भारत की भौगोलिक स्थिति और विशाल जनसंख्या के कारण हमने एसएमएस अभियानों के साथ प्रयोग किया और जैसी प्रतिक्रिया आई, उसी हिसाब से सुधार करते गए. आज हमने एक ग्‍लोबल लेवल का प्रोडक्‍ट बना जो सीआरएम के साथ एकीकृत और यह उत्पाद अमेरिका, यूके और ऑस्ट्रेलिया में सफलतापूर्वक चल रहा है.

बाजार तक पहुंचना थी सबसे बड़ी चुनौतीनितिन ने बताया कि किसी भी उद्यमी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है बाजार तक पहुंच बनाना और सबसे अच्छे ग्राहकों और साझेदारों को पाना. हमें अपने उत्पादों और विश्वसनीयता को साबित करने में समय लगा, लेकिन मुंबई एक बहुत ही खुला बाजार है और हमें अपने विचारों को आजमाने के लिए कई ग्राहकों तक अच्छी पहुंच मिली. दूसरी चुनौती हमेशा की तरह महीने दर महीने नकदी प्रवाह को सकारात्मक बनाए रखना थी. इस‍के लिए हमने सीधे कस्‍टमर से फीडबैक लेना और उनकी संतुष्टि पर काम करना शुरू किया.

स्‍टार्टअप के लिए कहां से जुटाया धननितिन का कहना है कि किसी भी आइडिया को बिजनेस का रूप देने के लिए फंड की जरूरत होती है. मैंने अपने दोस्तों और परिवार से लगभग पांच लाख रुपये जुटाए, जिससे मुझे एसएमएस आधारित लॉयल्टी प्रोग्राम का पहला प्रोटोटाइप बनाने में मदद मिली. हम हमेशा अपने संसाधनों पर निर्भर रहे हैं और धीरे-धीरे बढ़ते रहे हैं, इसलिए हमने वास्तव में कभी निवेशकों से धन नहीं जुटाया. हमें पहली आर्थिक मदद बैंक से कर्ज के रूप में मिली, जिसके बाद हमने पीछे मुड़कर नहीं देखा.

कैसे काम करात है यह स्‍टार्टअपनितिन सेठ का कहना है कि SMs Magic और हमारा नया ब्रांड और उत्पाद Conversive सेवा प्रदाताओं जैसे डॉक्टर, शिक्षा संस्थान और वित्तीय कंपनियों के लिए संवादात्मक मैसेजिंग को सशक्त बनाता है. यह सेवा प्रदाता अपने उपभोक्ताओं के साथ जीवन चक्र के विभिन्न चरणों में जैसे पूछताछ से लेकर प्रवेश और पोस्ट-सपोर्ट तक सीधे संवाद कर सकते हैं. हम इस संचार को एसएमएस, ईमेल, आरसीएस, व्हाट्सएप और अब वॉयस बॉट्स जैसे सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले चैनलों के जरिये भी उपलब्‍ध कराते हैं. इसके अलावा हमारा प्रोडक्‍ट डॉक्टर अपॉइंटमेंट रिमाइंडर और लोन एप्लीकेशन जैसी सुविधाएं भी देने लगा है.

10 साल में 1000 करोड़ की कंपनीनितिन सेठ ने बताया कि उन्‍होंने अपने दोस्‍तों के सहयोग से 10 साल पहले जो सफर शुरू किया था, आज 1,000 करोड़ रुपये के कारोबार में बदल चुका है. हमने अमेरिकी बाजार में एक मजबूत उपस्थिति बनाई है और अब हम इन बाजारों में और गहराई से प्रवेश करना चाहते हैं. हमारा लक्ष्य है कि AI सक्षम बातचीत के के जरिये ग्राहकों का अनुभव बढ़ाएं. हमारे प्रोडक्‍ट की मदद से एक डॉक्‍टर SMS, WhatsApp, वॉयस और ईमेल चैनलों पर बिना अधिक स्टाफ और सहायकों के मरीजों की सेवा कर सकेगा. मरीज भी किसी भी समय डॉक्टरों तक पहुंच सकते हैं.
Tags: Business news, Success Story, Successful business leadersFIRST PUBLISHED : January 3, 2025, 17:28 IST

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