पतंजलि मेगा फूड एंड हर्बल पार्क: संतरे को प्रोसेस करने वाला एशिया का सबसे बड़ा प्लांट होगा: आचार्य बालकृष्ण, एमडी, पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड

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Patanjali Mega Food and Herbal Park: इस प्लांट का विधिवत उद्घाटन 9 मार्च को माननीय केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस करेंगे।By Navodit Saktawat Publish Date: Fri, 07 Mar 2025 10:02:18 PM (IST)Updated Date: Sat, 08 Mar 2025 01:20:46 PM (IST)मीडिया को जानकारी देते पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के एमडी आचार्य बालकृष्ण।HighLightsइस प्लांट में आधुनिक मापदंडों के आधार पर एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। आधुनिक टेक्नोलॉजी और रिसर्च-बेस्ड सिस्टम, बड़े पैमाने पर बाय-प्रोडक्ट्स पर काम होगा।पैकेजिंग लाइन, टैक्नोपैक और एडवांस रिसर्च लैब्स शामिल हैं। पतंजिल की अग्रणी भूमिका है। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने आज प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पतंजलि द्वारा नागपुर के मिहान क्षेत्र में स्थापित ‘पतंजलि मेगा फूड एंड हर्बल पार्क’ में एशिया का सबसे बड़ा संतरा प्रोसेसिंग प्लांट होगा। उन्होंने कहा कि नागपुर की यह धरती अध्यात्म और क्रांति की भूमि है, जिसने देश और संविधान को मूर्त रूप प्रदान किया है। अब इस भूमि से पतंजलि की नवकृषि क्रांति के माध्यम से किसानों की समृद्धि के द्वार खुलेंगे।उन्होंने आगे बताया कि नागपुर में स्थापित यह प्लांट हर किसी के लिए गर्व की बात है, क्योंकि यह फूड प्रोसेसिंग का सिंगल-प्वाइंट और एशिया की सबसे बड़ी यूनिट है। हालाँकि, इस प्लांट को शुरू करने में कई तरह की चुनौतियाँ सामने आईं, जिनमें कोरोना काल भी शामिल था। लेकिन उन सभी बाधाओं को पार करते हुए अंततः वह दिन आ ही गया जिसका विदर्भ के किसान वर्षों से इंतजार कर रहे थे।विदर्भ के किसानों के लिए संजीवनी साबित होगा यह प्लांट आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि जब हम विदर्भ के किसानों के बारे में सोचते हैं, तो किसानों की आत्महत्याएँ और उनकी दुर्दशा की छवि उभरने लगती है। लेकिन हमें पूरा भरोसा है कि इस संतरा प्रोसेसिंग प्लांट से जल्द ही इस स्थिति में बदलाव आएगा। इसके लिए हमें सभी का सहयोग चाहिए। विदर्भ, किसानों और कृषि व्यवस्था की वर्तमान स्थिति को हम बदलकर रहेंगे—यही हमारा संकल्प है।क्या हैं प्लांट की विशेषताएँ 1. 800 टन की दैनिक प्रोसेसिंग क्षमता—A ग्रेड के साथ-साथ B और C ग्रेड के संतरे, अपरिपक्व फल और आंधी से टूटकर गिरने वाले संतरे भी प्रोसेस किए जाएंगे। 2. जीरो वेस्टेज सिस्टम—संतरे के छिलकों से शुरुआत होगी, जिससे वॉलिटाइल और फ्रेगरेंस ऑयल निकाला जाएगा। 3. आधुनिक टेक्नोलॉजी और रिसर्च-बेस्ड सिस्टम—बड़े पैमाने पर बाय-प्रोडक्ट्स पर भी काम होगा। 4. ग्लोबल मार्केट के लिए तैयार उत्पाद—एक्सपोर्ट क्वालिटी के बेहतरीन जूस और अन्य उत्पाद उपलब्ध कराए जाएंगे। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि इस क्षेत्र के लगभग हर गाँव के किसान पतंजलि के संपर्क में हैं, और कई स्थानीय प्रतिभाशाली लोग भी इस परियोजना से जुड़ रहे हैं। हमारी प्राथमिकता स्थानीय लोगों को रोजगार देना और किसानों को समृद्ध बनाना है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम के माध्यम से देश में कुशल मैनपावर तैयार की जाए, और पतंजलि इसमें अग्रणी भूमिका निभा रहा है।इस प्लांट में आधुनिक मापदंडों के आधार पर एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें पैकेजिंग लाइन, टैक्नोपैक और एडवांस रिसर्च लैब्स शामिल हैं। हमारे उत्पादों की गुणवत्ता टॉप क्लास है, और हमारे लिए ग्लोबल मार्केट भी खुला है। लेकिन हमारी प्राथमिकता देशवासियों को एक्सपोर्ट क्वालिटी के बेहतरीन उत्पाद उपलब्ध कराना है।आचार्य बालकृष्ण ने यह भी बताया कि कच्चे माल की उपलब्धता के आधार पर यहाँ संतरा, लाइम, आंवला, अनार, अमरूद, अंगूर, लौकी, गाजर का जूस, आम और संतरे का पल्प, साथ ही प्याज और टमाटर का पेस्ट भी बनाया जाएगा।Note:- यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है।

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