Agency:IANSLast Updated:February 18, 2025, 12:12 ISTमॉर्गन स्टेनली ने भारतीय शेयर बाजार में जल्द रिकवरी की उम्मीद जताई है.ब्रोकरेज का कहना है कि मैक्रो स्थिरता और घरेलू पूंजी प्रवाह से बाजार मजबूत हो सकता है.बेंचमार्क इंडेक्स NSE निफ्टी 50 अपने पिछले उच्च स्तर से 13.3% गिर चुका है.हाइलाइट्समॉर्गन स्टेनली ने भारतीय शेयर बाजार में रिकवरी की उम्मीद जताई.मजबूत मैक्रो स्थिरता और घरेलू पूंजी प्रवाह से बाजार मजबूत हो सकता है.निफ्टी 13.3% और सेंसेक्स 11.7% गिर चुके हैं.नई दिल्ली. पिछले कुछ समय से मंदी से जूझ रहे भारतीय शेयर बाजार पर वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने भरोसा जताया है. अपनी ताजा रिपोर्ट में ब्रोकरेज ने कहा है कि भारतीय शेयर बाजार जल्द ही रिकवरी कर सकता है, लेकिन इसका बड़ा दारोमदार वैश्विक घटनाक्रमों पर रहेगा. ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि यदि वैश्विक आर्थिक संकेतक नकारात्मक रूप से प्रभावित नहीं हुए तो भारत आने वाले महीनों में अन्य उभरते बाजारों से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, मजबूत मैक्रो स्थिरता, व्यापार संतुलन में सुधार, मध्यम से उच्च आय वृद्धि और घरेलू पूंजी प्रवाह भारतीय बाजार को मजबूती दे सकते हैं.
मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय बाजार के निचले स्तर को सटीक रूप से पकड़ना मुश्किल हो सकता है, लेकिन भारतीय इक्विटी में निवेश लंबे समय में फायदेमंद साबित हो सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, भारत पिछले कुछ महीनों की सुस्त वृद्धि से उबर रहा है और वैश्विक आर्थिक संकेतक भी बेहतर स्थिति में हैं. कोविड-19 के बाद शेयर बाजार में जो तेजी आई थी, उसके मुकाबले अब शेयर सस्ते हो गए हैं.
निफ्टी-सेंसेक्स में गिरावट दर्जबेंचमार्क इंडेक्स NSE निफ्टी 50 अपने पिछले उच्च स्तर से 13.3% गिर चुका है, जबकि BSE सेंसेक्स 11.7% नीचे आ चुका है. इस गिरावट के बावजूद, मजबूत आर्थिक संकेतक और सरकार की नीतियां बाजार को समर्थन दे सकती हैं. मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि हाल ही में पेश किया गया केंद्रीय बजट भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है. बजट में पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) बढ़ा है, जबकि सब्सिडी खर्च घटाया गया है, जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिल सकती है.
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा संभावित दर कटौती और तरलता बनाए रखने की प्रतिबद्धता भी बाजार को सहारा दे सकती है. सरकार द्वारा टैक्स सुधारों पर जोर देने से विदेशी निवेश को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई गई है. मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आई है, जिससे भारत जैसे आयातक देशों को राहत मिल सकती है. साथ ही, भू-राजनीतिक तनावों में कमी आने की संभावना है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता लौट सकती है. इसके अलावा, डॉलर में सुधार हुआ है, जिससे भारत की वास्तविक प्रभावी विनिमय दर (REER) में गिरावट दर्ज की गई है, जो निर्यातकों के लिए सकारात्मक संकेत है.
टैरिफ बढने का सीमित असरपिछले हफ्ते मॉर्गन स्टेनली की एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिका द्वारा टैरिफ बढ़ाने का सीधा असर भारत पर सीमित रहेगा, लेकिन व्यापार जगत में बढ़ती अनिश्चितता के कारण निवेशकों की चिंता बढ़ सकती है. हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सरकार की नीतियां आर्थिक वृद्धि का समर्थन जारी रखेंगी और यदि कोई नकारात्मक जोखिम उभरता है तो अतिरिक्त उपाय भी किए जाएंगे.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :February 18, 2025, 12:09 ISThomebusinessइस दिग्गज ब्रोकरेज को भारतीय इक्विटी में पैसा लगाना दिख रहा फायदे का सौदा
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