Last Updated:March 08, 2025, 23:12 ISTलक्ष्मी अय्यर ने भारतीय शेयर बाजार की अस्थिरता के बीच निवेशकों को विविधता बनाए रखने की सलाह दी है. उन्होंने 2025 को ‘सांप-सीढ़ी’ का साल बताया और कहा कि सिर्फ इक्विटी या गोल्ड पर निर्भर रहना सही नहीं है. पोर्टफो…और पढ़ेंलक्ष्मी अय्यर ने कहा कि ऐसे बाजार में गोल्ड प्रोटेक्टर की तरह है.हाइलाइट्सभारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है.निवेशकों को विविधता बनाए रखने की सलाह दी गई.2025 को ‘सांप-सीढ़ी’ का साल बताया गया.नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार पिछले दो महीनों से जबरदस्त उतार-चढ़ाव का सामना कर रहा है. निफ्टी 22,000 से 23,000 के बीच ऐसा झूल रहा है जैसे किसी बॉलीवुड फिल्म का एक्शन सीन चल रहा हो. कोटक अल्टरनेट एसेट मैनेजर्स की सीईओ (इन्वेस्टमेंट और स्ट्रैटेजी) लक्ष्मी अय्यर ने बाजार की इस स्थिति को ‘हलचल’ करार दिया. हालांकि, उन्होंने निवेशकों को किसी एक एसेट क्लास से पूरी तरह बाहर निकलने की जल्दबाजी से बचने की सलाह दी.
लक्ष्मी अय्यर ने मनीकंट्रोल के ग्लोबल वेल्थ समिट के दौरान कहा, “अभी निवेशकों का रुझान एक एसेट क्लास से दूसरे की ओर शिफ्ट करने का है. लेकिन सिर्फ हालिया रुझानों को देखकर किसी एक को छोड़कर दूसरे में पूरी तरह निवेश करना सही रणनीति नहीं होगी.”
2025 को उन्होंने ‘सांप-सीढ़ी’ का साल बताया, जहां निवेशकों को ऐसा लगेगा कि वे 98 पर पहुंच गए हैं और जीत के करीब हैं, लेकिन अचानक 15 या 18 पर फिसल सकते हैं. उन्होंने कहा, “इस बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा. एक समय जो ‘गली बॉय’ था, वह ‘जवान’ बन जाएगा, फिर वही ‘जवान’ ‘3 इडियट्स’ की तरह उलझ जाएगा और कहीं न कहीं एक ‘कोई मिल गया’ जैसा मोमेंट भी आ सकता है.”
इक्विटी, गोल्ड या फिक्स्ड इनकम – कहां करें निवेश?जब उनसे पूछा गया कि क्या निवेशकों को सिर्फ इक्विटी पर ध्यान देना चाहिए, तो उन्होंने जवाब दिया कि अगर लक्ष्य ₹100 को ₹200 में बदलना है, तो इक्विटी एक बेहतर विकल्प हो सकता है. लेकिन इस अस्थिर बाजार में पोर्टफोलियो का सही तरीके से डायवर्सिफिकेशन (विविधता) जरूरी है.
उन्होंने कहा, “आप अपनी सारी पूंजी सिर्फ एक जगह नहीं लगा सकते. गोल्ड पिछले साल ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ था और अगले साल भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता है, लेकिन क्या सिर्फ गोल्ड पर निर्भर रहा जा सकता है? बिल्कुल नहीं. अगर लक्ष्य बड़ा मुनाफा कमाना है, तो इक्विटी जरूरी है. गोल्ड पोर्टफोलियो का बैलेंस बनाए रखता है, जबकि फिक्स्ड इनकम ‘सिंड्रेला स्टोरी’ की तरह तब चमकता है, जब आप उम्मीद भी नहीं कर रहे होते.” बाजार की इस ‘सांप-सीढ़ी’ जैसी चाल में निवेशकों को सतर्क रहने और पोर्टफोलियो को सही ढंग से बैलेंस करने की सलाह दी गई है.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :March 08, 2025, 23:12 ISThomebusiness’सोना है भगवान विष्णु, लेकिन 100 का 200 करने के लिए काफी नहीं’
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