Last Updated:February 28, 2025, 16:04 ISTबिटकॉइन की कीमत 80,000 डॉलर से नीचे गिर गई है. ट्रंप के प्रो-क्रिप्टो नीतियों का उत्साह कम होने से बाजार निराश है. संस्थागत निवेशकों की बिकवाली और व्यापार युद्ध ने अनिश्चितता बढ़ाई है. हालांकि, विश्लेषकों का मा…और पढ़ेंडोनाल्ड ट्रंपहाइलाइट्सबिटकॉइन की कीमत 80,000 डॉलर से नीचे गिर गई.तीन महीनों में क्रिप्टो बाजार का 83 लाख करोड़ रुपये स्वाहा.निवेशक फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती का इंतजार कर रहे हैं.Bitcoin price crash: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर जिस धूम-धड़ाके के साथ क्रिप्टोकरेंसीज़ में उछाल देखने को मिला था, वह अब पानी में पैदा हुई झाग की तरह बैठ गया है. पूरा क्रेज खत्म होता नजर आ रहा है. बिटकॉइन की वर्तमान कीमत ने एक बार फिर से निवेशकों को चौंका दिया है. बिटकॉइन 80,000 डॉलर (लगभग 66.5 लाख रुपये) के लेवल को तोड़कर नीचे आ गया है. यह गिरावट न केवल बिटकॉइन, बल्कि अन्य क्रिप्टोकरेंसी को भी प्रभावित कर रही है. निवेशक अब फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती या ट्रंप प्रशासन से स्पष्ट नियमों का इंतजार कर रहे हैं.
डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद क्रिप्टोकरेंसी बाजार में जो उत्साह देखा गया था, वह अब धीरे-धीरे कम हो रहा है. बिटकॉइन की कीमत जनवरी के टॉप से 21% नीचे आ गई है और यह नवंबर 2024 के स्तर पर पहुंच गया है. अन्य क्रिप्टोकरेंसी भी इस गिरावट से अछूती नहीं हैं. एथर (Ether) दिसंबर के बाद से 40 फीसदी से अधिक गिर चुकी है. ट्रंप की अपनी मीम कॉइन, जो उनके शपथ ग्रहण से कुछ दिन पहले लॉन्च हुई थी, अपने टॉप से 80 नीचे आ गई है. यह गिरावट निवेशकों के लिए एक बड़ा झटका है.
बाजार को किस बात का इंतजारबाजार अब एक स्पष्ट संकेत का इंतज़ार कर रहा है. निवेशक चाहते हैं कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करे या ट्रंप प्रशासन क्रिप्टोकरेंसी के लिए स्पष्ट नियम लेकर आए. ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान कई वादे किए थे, जैसे राष्ट्रीय बिटकॉइन रिजर्व बनाना और क्रिप्टोकरेंसी पर नियमों को आसान बनाना. हालांकि, अब तक इन वादों का असर बाजार पर नहीं दिखा है.
कॉइनशेयर्स के शोध प्रमुख जेम्स बटरफिल के अनुसार, “बाजार निराश है. जब तक बिटकॉइन रिजर्व पर स्पष्टता नहीं आती, तब तक कीमतों में उल्लेखनीय सुधार की उम्मीद नहीं की जा सकती.”
तीन महीनों में 83 लाख करोड़ का मार्केट कैप स्वाहदिसंबर से अब तक क्रिप्टो बाजार का लगभग 1 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 83 लाख करोड़ रुपये) मार्केट कैप खत्म हो चुका है. संस्थागत निवेशक इस गिरावट में अहम भूमिका निभा रहे हैं. ब्लैकरॉक जैसे एसेट मैनेजर्स ने बिटकॉइन और एथर की बड़ी मात्रा बेची है. हालांकि, कुछ संस्थाएं अभी भी खरीदारी कर रही हैं.
इस बीच, ट्रंप के व्यापार युद्ध ने बाजार की अनिश्चितता को और बढ़ा दिया है. चीन पर 10% टैरिफ बढ़ाने के उनके फैसले ने इन संपत्तियों की मांग को कम कर दिया है. बिटकॉइन ने नवंबर 2024 में ट्रंप की जीत और ETF इनफ्लो के बाद 75,000 डॉलर (लगभग 62.5 लाख रुपये) का स्तर पार किया था. जनवरी 2025 में यह 109,350 डॉलर (लगभग 91 लाख रुपये) के टॉप पर पहुंच गया था, लेकिन अब यह गिरावट के दौर में है.
स्टैंडर्ड चार्टर्ड के विश्लेषक जियोफ केन्ड्रिक का मानना है कि बिटकॉइन ट्रंप के कार्यकाल समाप्त होने से पहले 500,000 डॉलर (लगभग 4.15 करोड़ रुपये) तक पहुंच सकता है. उनका यह आशावाद संस्थागत निवेशकों, विशेष रूप से सॉवरेन वेल्थ फंड्स और बैंकों की मांग पर आधारित है.
Location :New Delhi,New Delhi,DelhiFirst Published :February 28, 2025, 16:04 ISThomebusinessट्रंप के सिर पर नाच रहा क्रिप्टो बाजार गिरा! 90 दिनों में ₹83 लाख करोड़ स्वाह
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