Last Updated:June 17, 2025, 12:29 ISTIndian Railway : भारतीय रेलवे सिर्फ देश में ही अपना विकास नहीं कर रहा, बल्कि दुनिया के अन्य कई देशों को भी रेलवे की चीजें सप्लाई की जाती है. इस लिस्ट में एक नया नाम गिनी का भी जुड़ने जा रहा है.भारतीय रेलवे गिनी को 150 लोकोमोटिव इंजन सप्लाई करेगा. हाइलाइट्सभारतीय रेलवे गिनी को 150 इंजन सप्लाई करेगा.बिहार के मरहौरा कारखाने में बनाए जाएंगे इंजन.इस सौदे की कीमत 3000 करोड़ रुपये है.नई दिल्ली. भारतीय रेलवे सिर्फ देश में ही नहीं, दुनिया के अन्य कई देशों में भी अपनी ट्रेन दौड़ा रहा है. इस कड़ी में अब एक और नाम जुड़ने वाला है अफ्रीकी देश गिनी का. इस देश में भारतीय रेलवे जल्द ही लोकोमोटिव इंजन की सप्लाई करेगा. रेल मंत्रालय ने बताया कि बिहार के मरहौरा स्थित रेलवे लोकोमोटिव कारखाना अफ्रीकी देश गिनी को तीन साल के भीतर 3,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 150 इंजनों की आपूर्ति करेगा.रेलवे बोर्ड में कार्यकारी निदेशक (सूचना एवं प्रचार) दिलीप कुमार ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में 37 रेल इंजन गिनी को निर्यात किए जाएंगे, जबकि अगले वित्त वर्ष में 82 और उसके अगले साल 31 इंजन भेजे जाएंगे. ये सभी इंजन मरहौरा स्थित रेलवे लोकोमोटिव कारखाने में बनाए जाएंगे. इसके लिए कारखाना परिसर में ब्रॉड गेज, स्टैंडर्ड गेज और केप गेज की पटरियां बिछाई गई हैं.
कई देशों को पीछे छोड़कर हासिल की बोलीरेल मंत्रालय के मुताबिक, इस ऑर्डर को वैश्विक प्रतिस्पर्धी बोली के आधार पर हासिल किया गया है. इंजनों का निर्यात गिनी की सबसे बड़ी लौह अयस्क परियोजना के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण में योगदान देगा, जिससे भारत-अफ्रीका आर्थिक सहयोग मजबूत होगा. इन सभी इंजनों में वातानुकूलित केबिन होंगे. दो इंजन एक साथ अधिकतम स्वीकार्य गति के साथ 100 बोगियों को ले जा सकते हैं. यह सौदा मरहौरा कारखाने को लोकोमोटिव निर्यात के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करता है और स्थानीय रोजगार व तकनीकी क्षमता को मजबूत करता है.
दुनिया को क्या सप्लाई करता है भारत
भारत कई देशों को रेलवे उपकरण जैसे लोकोमोटिव, पैसेंजर कोच और अन्य रेल पार्ट्स सप्लाई करता है. हाल के वर्षों में भारत ने अपने रेलवे निर्यात को बढ़ाया है, विशेष रूप से पड़ोसी और अफ्रीकी देशों को. गिनी के अलावा भी भारत दुनिया के कई और देशों को रेलवे से जुड़ी चीजें सप्लाई करते हैं. इसमें बोगियों के अलावा रेलवे इंजन भी शामिल हैं.
इन देशों को सप्लाई करता है भारत
बांग्लादेश : भारत बांग्लादेश को पैसेंजर कोच और लोकोमोटिव इंजन सप्लाई करता है. इसके अलावा, मैत्री एक्सप्रेस, बंधन एक्सप्रेस और मिताली एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें भारत और बांग्लादेश के बीच संचालित होती हैं.श्रीलंका : भारत श्रीलंका को पैसेंजर कोच और लोकोमोटिव इंजन निर्यात करता है.मोजाम्बिक : भारतीय रेलवे मोजाम्बिक को पैसेंजर कोच और लोकोमोटिव सप्लाई इंजन करता है.सेनेगल : भारत ने सेनेगल को लोकोमोटिव इंजन निर्यात किए हैं.म्यांमार : म्यांमार को भी भारत से लोकोमोटिव इंजन सप्लाई किए गए हैं.दक्षिण अफ्रीका : भारत दक्षिण अफ्रीका को 150 रेल इंजन सप्लाई करने की प्रक्रिया में है, जिससे वहां का रेल नेटवर्क मजबूत होगा.इसके अलावा यूनाइटेड किंगडम, सऊदी अरब, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया को बोगी के अंडर-फ्रेम जैसे रेलवे पार्ट्स सप्लाई करता है. मैक्सिको, जर्मनी, स्पेन, रोमानिया, इटली को पावर ट्रेन के महत्वपूर्ण पार्ट्स, जैसे प्रपल्शन उपकरण की सप्लाई होती है.
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