दिल्ली-एनसीआर अब भारत का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ अल्ट्रा-लग्जरी हाउसिंग मार्केट बन चुका है. नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट बताती है कि यहां 10 करोड़ से 50 करोड़ और उससे भी महंगे घरों की बिक्री मुंबई जैसे बड़े शहर को पीछे छोड़ चुकी है. पहले जो इलाका सिर्फ ऑफिस और बड़े सेक्टर के लिए जाना जाता था, वह अब उन लोगों की पसंद बन गया है जो आरामदायक, स्टाइलिश और शानदार ज़िंदगी जीना चाहते हैं. नई बिल्डिंग्स, बड़ी क्रेनों की आवाजाही और चारों ओर हो रहे निर्माण इस बात की गवाही दे रहे हैं कि लग्जरी का मतलब अब केवल पैसे नहीं, सोच और लाइफस्टाइल भी है.
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाके लग्जरी हाउसिंग का नया चेहरा बन चुके हैं. नोएडा का सेक्टर 150 अपनी हरियाली और गोल्फ कोर्स के लिए फेमस है. साउथ दिल्ली के पुराने पॉश इलाके जैसे वसंत विहार और ग्रेटर कैलाश अभी भी लोगों की पसंद बने हुए हैं. वहीं, गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेसवे, न्यू गुरुग्राम, गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड जैसे इलाके नए लग्जरी हब के रूप में उभरे हैं.
द्वारका एक्सप्रेसवे का इलाका अब हाई-क्वालिटी लाइफस्टाइल का सेंटर बन रहा है. यहां बड़े डेवलपर्स ऐसे प्रोजेक्ट्स ला रहे हैं जो सिर्फ घर नहीं, एक पूरा “लाइफ एक्सपीरियंस” देने का दावा करते हैं. अब घरों में स्काई लाउंज, प्राइवेट सिनेमा, वेलनेस स्पा जैसी सुविधाएं आम हो चुकी हैं. गुरुग्राम की शानदार कनेक्टिविटी, चौड़ी सड़कें, मॉडर्न इन्फ्रास्ट्रक्चर और ऐक्टिव सोशल लाइफ इसे औरों से अलग बनाते हैं.
नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट कहती है कि 2025 के पहले छह महीनों में दिल्ली-एनसीआर में 1 करोड़ से ऊपर के घरों की बिक्री कुल बिक्री का 80% से ज़्यादा रही है. यह दिखाता है कि अब लग्जरी घर खरीदना सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, बल्कि भविष्य के बेहतर जीवन में इन्वेस्ट करने का तरीका बन गया है.
रियल एस्टेट कंपनियों के बड़े अधिकारियों का मानना है कि लग्जरी घरों की मांग में जबरदस्त उछाल आया है.
ट्रिनिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर आदिल अल्ताफ कहते हैं- नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट दिखाती है कि अब लोग महंगे घरों में ज़्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर ने मुंबई को पीछे छोड़ते हुए ₹10 करोड़ से ₹50 करोड़ और उससे ज़्यादा के घरों की बिक्री में बढ़त बना ली है. खास बात यह है कि ₹50 करोड़ से ऊपर की प्रॉपर्टी की बिक्री में 2,550 फीसदी की तेजी आई है. इससे साफ है कि लोग अब लग्ज़री ज़िंदगी को अपनाने लगे हैं, और गुरुग्राम जैसे इलाके उनकी पहली पसंद बन रहे हैं.
बीपीटीपी के नेशनल सेल्स हेड हरिंदर ढिल्लों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर अब देश का बड़ा हाई-वैल्यू हाउसिंग ज़ोन बन गया है. 2 से 5 करोड़ के घरों की सबसे ज़्यादा मांग है, जिससे पता चलता है कि लोग प्रीमियम लेकिन अफॉर्डेबल घरों की ओर बढ़ रहे हैं. द्वारका एक्सप्रेसवे खासकर सबसे पसंदीदा जगह बन गया है, क्योंकि वहां अच्छी कनेक्टिविटी, हरियाली और बेहतर डिज़ाइन के साथ पूरी जीवनशैली मिल रही है.
कॉन्शिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर के मोहित अग्रवाल ने कहा कि आज के युवा अब घर को रुतबे की चीज़ नहीं, बल्कि एक समझदारी भरा निवेश मानते हैं. गुरुग्राम का शानदार माहौल, तेज कनेक्टिविटी और स्मार्ट फैसिलिटीज उन्हें आकर्षित करती हैं. वो ऐसे घर चाहते हैं जिसमें टेक्नोलॉजी, कम्युनिटी और आराम – सब कुछ हो. नया गुरुग्राम अब उनके लिए सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनता जा रहा है.
एयू रियल एस्टेट के आशीष अग्रवाल ने बताया कि एनसीआर में प्रीमियम घरों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. लोग अब सिर्फ दीवारों का घर नहीं, बल्कि एक बेहतर जीवनशैली में इन्वेस्ट कर रहे हैं. हम इसे एक मौका मानते हैं जहां अच्छे डिज़ाइन और प्लानिंग वाले प्रोजेक्ट्स के ज़रिए लग्जरी होम्स का भविष्य तैयार किया जा सकता है.
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