पिता या दादा ने बना दी वसीयत, क्‍या उसे कोर्ट में चैलेंज कर सकते हैं आप

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How to Challenge a Will : वसीयत यानी विल ऐसा कानूनी दस्‍तावेज होता है, जिसके परिवार का मुखिया अपने बाद संपत्ति के बंटवारे के लिए बनाता है. एक वसीयत बनाने का मकसद परिवार के बीच किसी भी विवाद को टालना और अपनी इच्‍छानुसार परिवार के सदस्‍यों में संपत्ति को बांटना होता है. लेकिन, कभी-कभार ऐसा भी होता है जब परिवार के कुछ उत्‍तराधिकारियों को वसीयत स्‍वीकार नहीं होती. ऐसे में क्‍या परिवार के सदस्‍य इस वसीयत को कोर्ट में चैलेंज कर सकते हैं और किन पर‍िस्थितियों में किसी वसीयत को कोर्ट में चैलेंज किया जा सकता है.अभी देश में वसीयत को लेकर एक हाईप्रोफाइल मामला सामने आया है, जिसमें भारत फोर्ज कंपनी के चेयरमैन बाबा कल्‍याणी की बहन सुगंधा ने अपनी मां की वसीयत को पुणे की कोर्ट में चैलेंज किया है. उनका आरोप है कि उनके दो भाइयों ने मां की वसीयत को प्रभावित किया है, जो साल 2012 और 2022 में बनाई गई थी, जब उनकी मां जिंदा थी. ऐसे में एक आम आदमी के मन में भी यह सवाल उठता है कि क्‍या वसीयत को चैलेंज किया जा सकता है और अगर कर सकते हैं तो कब. इस आर्टिकल में हम आपके इसी सवाल का सिलसिलेवार ढंग से जवाब देंगे.
क्‍या है वसीयत को चुनौती देने की प्रक्रियाFIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 11:57 IST

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