Last Updated:January 12, 2025, 08:33 ISTWill vs Family Trust : वसीयत की तुलना में फैमिली ट्रस्ट अधिक प्रभावी विकल्प है. यह प्रॉबेट की लंबी प्रक्रिया से बचाता है, संपत्ति का संरक्षित प्रबंधन सुनिश्चित करता है, और अगली पीढ़ी के लिए वित्तीय स्थिरता प्रदान करता है.Will vs Family Trust : अगर आपको अपनी संपत्ति को सही तरीके से अगली पीढ़ी तक पहुंचाना है, तो वसीयत अहम होती है. लेकिन जब बात किसी विशेष उद्देश्यों को पूरा करने की हो, तो फैमिली ट्रस्ट एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. यह न सिर्फ संपत्ति के संरक्षण में मदद करता है बल्कि परिवार की वित्तीय स्थिरता को भी सुनिश्चित करता है.
वसीयत तब लागू होती है जब व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. लेकिन इससे पहले, संपत्ति के बंटवारे को लेकर कोई व्याख्या नहीं दी जा सकती, जिससे विवाद उत्पन्न हो सकते हैं. अगर वसीयत की प्रामाणिकता पर सवाल उठे, तो यह कानूनी लड़ाइयों का कारण बन सकती है. इससे संपत्ति का उपयोग, सेल या ट्रांसफर तब तक रोक दिया जाता है, जब तक अदालत फैसला न सुना दे. इसके अलावा, वसीयत का प्रॉबेट करवाना पड़ता है, जो एक लंबी और महंगी प्रक्रिया हो सकती है.
दूसरी ओर, ट्रस्ट बनाने से संपत्ति कानूनी रूप से ट्रस्टी के नाम हो जाती है, जबकि लाभार्थियों को इसका लाभ मिलता है. यह प्रक्रिया संपत्ति को वसीयत से अलग करती है और प्रॉबेट की आवश्यकता नहीं पड़ती. इससे समय और पैसे दोनों की बचत होती है.
संपत्ति संरक्षण में ट्रस्ट की भूमिकाट्रस्ट सिर्फ प्रॉबेट से बचने का ही साधन नहीं है, बल्कि यह संपत्ति के संरक्षण का भी एक मजबूत तरीका है. यह सुनिश्चित करती है कि संपत्ति का उपयोग, निवेश और मैनेजमेंट सही तरीके से हो. इससे अगली पीढ़ी के लिए धन का सेफ्टी और ग्रोथ सुनिश्चित होती है.
इसके अलावा, परिवार के सभी सदस्यों की वित्तीय समझ अलग-अलग हो सकती है. ट्रस्ट के माध्यम से प्रोफेशनल मैनेजमेंट सुनिश्चित कर परिवार की संपत्ति को लॉन्ग टर्म लाभ के लिए बचाया जा सकता है.
आर्थिक परिस्थितियों, सरकारी नीतियों और व्यापारिक दबावों में बदलाव कई तरह से प्रभावित करता है. यह खासकर परिवार की संपत्ति और बिजनेस को प्रभावित करते हैं. ट्रस्ट स्थापित करके परिवार अपनी आय का एक हिस्सा सुरक्षित रख सकता है, जिससे संपत्ति के बंटवारे का जोखिम कम हो जाता है.
बड़े संयुक्त परिवारों और बिजनेस घरानों के लिए ट्रस्ट स्वामित्व और प्रबंधन को अलग-अलग करने में मदद करता है. यह बिजनेस के वैल्यूएशन को बनाए रखता है और लॉन्ग टर्म स्टैबिलिटी सुनिश्चित करता है.
ट्रस्ट का बढ़ता चलनआजकल हाई नेट वर्थ वाले व्यक्तियों (HNIs) के बीच ट्रस्ट बनाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. यह न सिर्फ संपत्ति का सुचारू रूप से ट्रांसफर करने में मदद करता है, बल्कि अप्रत्याशित देनदारियों से बचाने का काम भी करता है. ट्रस्ट अपनाकर परिवार अपनी विरासत को सुरक्षित रख सकते हैं, जोखिमों को कम कर सकते हैं और वित्तीय भविष्य को सुनिश्चित कर सकते हैं.
नोट – यह लेख निशा खुराना ने मनीकंट्रोल के लिए लिखा है. निशा खुराना वारमंड फिड्यूशिरी सर्विसेज लिमिडेट की लेखक है. इसे अंग्रेजी में आप यहां पढ़ सकते हैं – Why setting up a family trust scores over making a will in estate planning
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