Last Updated:May 08, 2025, 18:26 ISTप्रॉपटाइगर की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली तिमाही में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, पुणे और चेन्नई में घरों की कीमतें स्थिर रहीं. दिल्ली-एनसीआर में औसत कीमत ₹8,106 प्रति वर्ग फुट रही.यह जानकारी प्रोपटाइगर के एक सर्वे में सामने आई है.हाइलाइट्सदिल्ली-एनसीआर में प्रॉपर्टी की औसत कीमत ₹8,106 प्रति वर्ग फुट रही.2025 की पहली तिमाही में प्रमुख शहरों में कीमतें स्थिर रहीं.दिल्ली-एनसीआर में इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती से स्थिरता आई.नई दिल्ली. देश के प्रमुख रिहायशी बाजारों में इस साल की पहली तिमाही के दौरान घरों की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ. यह बात प्रॉपटाइगर की ताजा “रियल इनसाइट रेजिडेंशियल: क्यू1 2025” रिपोर्ट में सामने आई है. दिल्ली-एनसीआर, मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन (MMR), पुणे और चेन्नई जैसे शहरों में जनवरी से मार्च 2025 के बीच औसत रेट लगभग स्थिर रहे. कई सालों तक कीमतों में लगातार तेजी के बाद अब यह स्थिरता बाजार के ठहराव की ओर इशारा करती है.
दिल्ली-एनसीआर जैसे बड़े और एक्टिव रियल एस्टेट मार्केट में यह बदलाव खास तौर पर अहम है. रिपोर्ट के मुताबिक, यहां प्रॉपर्टी की औसत कीमत ₹8,106 प्रति वर्ग फुट रही, जो पिछली तिमाही के मुकाबले लगभग समान है. यह स्थिरता तब आई है जब 2024 में इस क्षेत्र में 32% की तेज़ बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जिससे दिल्ली-एनसीआर भारत के आठ सबसे महंगे शहरों में शामिल हो गया था. अब कीमतों के थमने से यह इलाका एक संतुलित बाजार की ओर बढ़ता नजर आ रहा है.
बीपीटीपी के नेशनल सेल्स हेड हरिंदर ढिल्लोन का मानना है कि इस रिपोर्ट से बाजार की मजबूती झलकती है. उन्होंने कहा कि दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में कीमतों का स्थिर रहना रियल खरीदारों के लिए अच्छा संकेत है. एनसीआर क्षेत्र खास तौर पर द्वारका एक्सप्रेसवे जैसे इलाकों में तेजी से विकसित हो रहा है, जहां बुनियादी ढांचे के साथ-साथ अंतिम उपयोगकर्ताओं की मांग भी बढ़ रही है. आने वाले समय में यह कॉरिडोर रियल एस्टेट के विकास में अहम भूमिका निभा सकता है.
दिल्ली-एनसीआर की स्थिरता का एक बड़ा कारण यहां का मजबूत होता इंफ्रास्ट्रक्चर भी है. मेट्रो नेटवर्क का विस्तार, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, आरआरटीएस और द्वारका एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं ने क्षेत्र में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया है. इससे पहले उपेक्षित माने जाने वाले इलाकों में भी अब आवास की मांग बढ़ी है.
रॉयल ग्रीन रियल्टी के मैनेजिंग डायरेक्टर यशांक वासन ने भी प्रॉपटाइगर की रिपोर्ट को अहम बताया. उन्होंने कहा कि लंबे समय तक कीमतों में लगातार तेजी के बाद अब दरों का स्थिर होना बाजार में बदलाव का संकेत है. उनका मानना है कि यह बदलाव एंड यूज़र आधारित मार्केट की ओर इशारा करता है, जहां खरीदार निवेश से ज्यादा रहने के मकसद से घर ले रहे हैं. यह स्थिरता बाजार को टिकाऊ और दीर्घकालिक विकास की दिशा में ले जाएगी.
दिल्ली-एनसीआर की मजबूती की वजह सिर्फ कीमतें नहीं हैं, बल्कि यह क्षेत्र अब नए माइक्रो-मार्केट्स, रेडी-टू-मूव-इन फ्लैट्स और किफायती आवास की मांग के चलते भी आगे बढ़ रहा है. मेट्रो, एक्सप्रेसवे और जेवर एयरपोर्ट जैसी परियोजनाएं आने वाले समय में इस क्षेत्र की रियल एस्टेट ग्रोथ को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती हैं. प्रॉपटाइगर के मुताबिक, इस स्थिरता से बाजार में निवेशकों का भरोसा बना रहेगा और असली घर खरीदारों के लिए घर खरीदना और आसान होगा. 2025 में रियल एस्टेट सेक्टर के लिए यह स्थिर और टिकाऊ ग्रोथ का मजबूत आधार तैयार करता है.
Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessकितनी बदल गई एक साल में प्रॉपर्टी की कीमतें, सबसे ज्यादा कहां बढ़ गए दाम
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