होम लोन ले रहे हैं तो जान लें क्या है ‘स्प्रेड’, आपके कुल लोन अमाउंट पर डालता है कितना असर

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होम लोन ले रहे हैं तो जान लें क्या है ‘स्प्रेड’, आपके कुल लोन अमाउंट पर डालता है कितना असर

Last Updated:March 01, 2025, 15:21 ISTहोम लोन स्प्रेड आपकी ब्याज दर और EMI को प्रभावित करता है. यह बैंक द्वारा ब्याज दर में जोड़ी गई अतिरिक्त दर होती है. रेपो रेट और स्प्रेड के संयोजन से ब्याज दर तय होती है. स्प्रेड बढ़ने से EMI बढ़ती है और घटने से…और पढ़ेंलोन स्प्रेड एक अतिरिक्त दर होती है जो बैंक आपसे लेता है. हाइलाइट्सहोम लोन स्प्रेड ब्याज दर और EMI को प्रभावित करता है.स्प्रेड बढ़ने से EMI बढ़ती है, घटने से EMI घटती है.क्रेडिट स्कोर, लोन राशि और अवधि स्प्रेड को प्रभावित करते हैं.नई दिल्ली. अगर आप होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो आपने होम लोन स्प्रेड (Home Loan Spread) शब्द सुना होगा. यह टर्म आपकी लोन की ब्याज दर (interest rate) को प्रभावित करता है और सीधा असर आपकी मासिक किश्त यानी EMI पर डालता है. आइए समझते हैं कि होम लोन स्प्रेड क्या होता है और यह आपकी EMI को कैसे प्रभावित करता है.

होम लोन स्प्रेड वह अतिरिक्त दर (margin) होती है, जो बैंक या वित्तीय संस्थान आपकी ब्याज दर में जोड़ते हैं. आमतौर पर, होम लोन की ब्याज दर रेपो रेट (Repo Rate) और स्प्रेड के संयोजन से तय होती है.

फॉर्मूलाब्याज दर (Interest Rate) = रेपो रेट + स्प्रेड

उदाहरण के लिए, अगर बैंक की रेपो रेट 6.5% है और स्प्रेड 2% है, तो आपकी होम लोन की ब्याज दर होगी:6.5% + 2% = 8.5%

स्प्रेड EMI को कैसे प्रभावित करता है?स्प्रेड जितना अधिक, EMI उतनी ही ज्यादा – अगर बैंक स्प्रेड बढ़ा देता है, तो आपकी कुल ब्याज दर बढ़ जाएगी, जिससे EMI भी बढ़ जाएगी.स्प्रेड कम होने से EMI घटेगी – यदि आपका बैंक स्प्रेड कम करता है, तो आपकी ब्याज दर घटेगी और EMI कम हो जाएगी.बाजार के हिसाब से स्प्रेड अलग-अलग हो सकता है – बैंक ग्राहक की क्रेडिट स्कोर, लोन राशि और जोखिम कारकों को देखते हुए स्प्रेड तय करते हैं.फ्लोटिंग और फिक्स्ड ब्याज दरों में अंतर – फ्लोटिंग ब्याज दर में स्प्रेड बदल सकता है, जबकि फिक्स्ड ब्याज दर में स्प्रेड स्थिर रहता है.

कैसे तय होता है होम लोन स्प्रेड?क्रेडिट स्कोर – अच्छा स्कोर होने पर बैंक कम स्प्रेड ऑफर कर सकते हैं.लोन अमाउंट और अवधि – बड़े लोन और लंबी अवधि के लोन पर स्प्रेड अलग हो सकता है.बाजार की स्थिति – जब रेपो रेट कम होती है, तब भी स्प्रेड में बदलाव आ सकता है.

होम लोन स्प्रेड आपके ब्याज दर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, जो आपकी EMI को प्रभावित करता है. लोन लेते समय बैंक के स्प्रेड को समझना और तुलना करना जरूरी है ताकि आप कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त कर सकें और अपनी EMI कम रख सकें.
Location :New Delhi,DelhiFirst Published :March 01, 2025, 15:21 ISThomebusinessहोम लोन ले रहे हैं तो जान लें क्या है ‘स्प्रेड’, कैसे डालता है अमाउंट पर असर

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