सुरक्षित आर्थिक भविष्य के लिए सोच-समझकर निवेश करना बहुत जरूरी है. आज निवेश के ढेर सारे विकल्प मौजूद हैं. इसमें म्युचुअल फंड में सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए निवेश करना एक सुरक्षित विकल्प है. यह नए और पुराने सभी तरह के निवेशकों के लिए एक मजबूत और आसान निवेश विकल्प है.
SIP में निवेश करना सबके लिए ही बहुत आसान है. साथ ही, यह नियमित निवेश करने का अनुशासन भी बनाता है. इससे आप अपने आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निवेश के सही रास्ते पर चलते हैं. आइए समझते हैं कि SIP के सबसे बड़े फायदे क्या हैं और कैसे ‘Nivesh Ka Sahi Kadam’ आपको आर्थिक सफलता की दिशा में आगे ले जा सकता है.
SIP क्या होते हैं?सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के तहत आप किसी म्युचुअल फंड योजना में हमेशा एक निश्चित समय पर (आम तौर पर यह मासिक होता है) एक तय राशि निवेश कर सकते हैं. निवेश का यह तरीका बहुत आसान है और इसमें आपको थोड़े-थोड़े समय पर बाज़ार की निगरानी करने या मार्केट में आए उतार-चढ़ाव पर नजर रखने की ज़रूरत नहीं होती है. जो लोग समय के साथ लगातार पैसे बनाते रहना चाहते हैं, यह निवेश योजना उनके लिए आदर्श विकल्प है.
म्युचुअल फंड में SIP के बड़े फायदे
अनुशासित निवेश : SIPs में हर महीने या निश्चित समय पर राशि आपके बैंक अकाउंट से अपने-आप (ऑटोमैटिक) कट जाती है. नियमित निवेश की यह आदत आर्थिक अनुशासन के लिहाज से अहम है. इससे आप अचानक बिना सोचे-समझे कोई बड़ा फैसला लेने से बचते हैं. साथ ही, लंबे समय के लिए तय अपने आर्थिक लक्ष्यों पर टिके रहते हैं. वीडियो में भी इस बात को कि ‘SIP करने से आपमें इनवेस्ट करने का डिसिप्लीन आता है’ को अच्छी तरह से बताया गया है. इसमें खास तौर पर इस पर ज़ोर दिया गया है कि SIPs हर महीने बचत करने की आदत को मज़बूत करता है.
निवेश की लागत औसत करते रहना : SIPs का एक और मज़बूत पक्ष है कि निवेश की लागत औसत करने की क्षमता. निश्चित अंतराल पर एक नियमित राशि निवेश करने पर जब फंड की कीमतें कम होती हैं तब ज़्यादा यूनिट खरीद पाते हैं. इसी तरह से जब फंड की कीमत ज़्यादा होती है, तो कम यूनिट्स खरीदते हैं. इससे समय के साथ आपके निवेश की औसत लागत मूल्य कम होती जाती है. यह बाज़ार के उतार-चढ़ाव के बीच निवेश को स्थिर रखने के साथ समय-समय पर मार्केट की स्थितियों की निगरानी के तनाव से भी बचाता है.
चक्रवृद्धि दर का फ़ायदा : SIPs के साथ चक्रवृद्धि दर पर रिटर्न मिलना इसे और भी आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है. इसमें रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता है, जिससे आपके पैसे तेज़ी से बढ़ते हैं। पैसों को जितना ज़्यादा समय के लिए आप निवेश करते हैं, उतना ही आपका चक्रवृद्धि दर बढ़ता जाता है. समय के साथ आपके पैसे तेज़ गति से बढ़ते जाते हैं. ध्यान रखें – ‘कंपाउंडिंग इंट्रेस्ट का मैजिक आपके इनवेस्टमेंट को लॉन्ग टर्म में ग्रोथ दे सकता है’
निवेश का लचीला तरीका और सबके लिए उपलब्धआप बहुत कम राशि जैसे कि ₹250 हर महीने से भी SIP शुरू कर सकते हैं. निवेश के लिए यह हर आय और आयु वर्ग के लोगों के लिए उपलब्ध विकल्प है. जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती जाती है, आप अपनी SIP राशि बढ़ा सकते हैं. आय बढ़ने पर अलग-अलग आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कई SIPs में निवेश कर सकते हैं. एक ही समय में आप कितनी भी SIP चला सकते हैं और इस पर कोई पाबंदी नहीं है. इससे आप अपने जीवन के कई आर्थिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अलग-अलग SIPs ले सकते हैं. जैसे कि घर खरीदने या बच्चों की शिक्षा के लिए फंड जुटाने या फिर रिटायरमेंट के बाद की ज़िंदगी के लिए पैसे बचाने के लिए.
विविधता और पेशेवर प्रबंधन : म्युचुअल फंड में SIPs के ज़रिए निवेश करने पर आपके पैसों का प्रबंधन पेशेवर फंड मैनेजर करते हैं. फंड मैनेजर आपका निवेश अलग-अलग संपत्तियों, सेक्टर और फंड में लगाते हैं. इससे जोखिम सीमित होता है और ज़्यादा से ज़्यादा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है.
बाज़ार के उतार-चढ़ाव पर हर वक्त निगरानी की ज़रूरत नहीं : SIPs में निवेश करने के बाद आपको हर वक्त बाज़ार के उतार-चढ़ाव पर नजर रखने की ज़रूरत नहीं होती है. आप मार्केट के हर दौर में निवेश कर रहे हैं, तो आपको ‘सही’ समय पर अपने पैसे बाज़ार में लगाने को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा. निवेश के इस व्यवस्थित तरीके से आप मार्केट में आते रहने वाले उतार-चढ़ाव से प्रभावित हुए बिना लंबे समय के लिए तय अपने आर्थिक लक्ष्यों पर नज़र रख सकते हैं.
लक्ष्य-आधारित निवेश : SIPs में निवेश को अपने तय आर्थिक लक्ष्यों के मुताबिक आप बदल भी सकते हैं. अपने अलग-अलग लक्ष्यों के लिए आप अलग SIP करना शुरू कर सकते हैं. जैसे कि अपनी मनपसंद जगह पर छुट्टियां मनाना या नई कार खरीदना या फिर अपने बच्चे के भविष्य को ध्यान में रखकर निवेश करना. अपने सपनों के साथ निवेश को जोड़ सकते हैं.
म्युचुअल फंड में SIPs करना निवेश का अनुशासित, लचीला और सुविधाजनक तरीका है. निवेशकों के लिए जीवन के किसी भी पड़ाव पर निवेश का यह एक आसान विकल्प है. निवेश की औसत लागत कम होती जाती है. साथ ही, चक्रवृद्धि दर से रिटर्न मिलने की वज़ह से, SIPs के ज़रिए आप जोखिम को सीमित करके अपने पैसे बढ़ा सकते हैं. सबसे ज़रूरी बात, निवेश को आपके निजी लक्ष्यों से भी जोड़ते हैं. यह भी पक्का करते हैं कि आप जो भी कदम उठा रहे हैं, वह आपके आर्थिक लक्ष्यों की दिशा में ‘Sahi Kadam’ है.
आज ही शुरू करें अपनी SIP और एक बेहतर आर्थिक भविष्य की तरफ कदम बढ़ाएं. आपका आर्थिक भविष्य ज़्यादा सुरक्षित है, क्योंकि “Mutual Funds Sahi Hai!”
SIPs कैसे आपकी निवेश यात्रा को बदल सकती है, इसमे समझने के लिए हमारे सुब्बू भैया (Subbu Bhaiya) और SIP कुमार (SIP Kumar) का यह वीडियो देखना न भूलें.
ज़्यादा जानकारी के लिए यहां देखें:
डिसक्लेमर: म्युचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन है. निवेश का फ़ैसला लेने से पहले स्कीम से जुड़े सभी दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें. किसी फंड का अतीत में किया प्रदर्शन भविष्य में वैसे ही प्रदर्शन की गारंटी नहीं है.
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