नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट घटाए जाने का लोन लेने वालों को फायदा हुआ है लेकिन कुछ लोगों को इसका नुकसान भी उठाना पड़ेगा. जिन लोगों में बैंक में एफडी खुलवा रखी है उनके लिए बुरी खबर है. बैंक लोन की ब्याज दर घटाने के साथ एफडी का रिटर्न रेट भी घटा रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) हैं. इन बैंकों ने 15 अप्रैल से कुछ चुनिंदा एफडी की ब्याज दरें कम कर दी हैं. इसका सीधा असर उन निवेशकों पर पड़ेगा जो एफडी को एक सुरक्षित कमाई का जरिया मानते हैं. सीनियर सिटिजन्स के लिए ये और भी चिंता की बात है क्योंकि उनकी मासिक आमदनी का बड़ा हिस्सा ब्याज पर टिका होता है.
हाल ही में RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी, जिससे अब यह 6 फीसदी पर आ गई है. बीते दो महीनों में कुल 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो चुकी है. इसके बाद माना जा रहा था कि बैंक डिपॉज़िट पर मिलने वाला ब्याज घटेगा और अब वही असर दिखने लगा है. अर्थशास्त्रियों का मानना है कि रेपो रेट में गिरावट का फायदा लोन लेने वालों को तो मिलेगा, लेकिन निवेशकों की कमाई में थोड़ी कटौती तय है.
SBI ने 1 से 3 साल वाली एफडी पर घटाई दरेंदेश के सबसे बड़े बैंक SBI ने 1 साल से कम और 3 साल से कम की मियाद वाली एफडी पर 10 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है. अब 1 साल से कम 2 साल की एफडी पर 6.7% और 2 से 3 साल वाली एफडी पर 6.9% ब्याज मिलेगा. पहले इन दोनों पर क्रमश 6.8% और 7% ब्याज मिल रहा था. सीनियर सिटिज़न्स के लिए भी ब्याज दरें 0.1% कम हो गई हैं. SBI ने अपनी अमृत कालश नाम की स्पेशल एफडी स्कीम को भी 31 मार्च को बंद कर दिया, जो 400 दिन के लिए 7.1% ब्याज देती थी.
नुकसानअगर कोई सीनियर सिटिजन State Bank of India (SBI) में ₹10 लाख की एफडी एक साल के लिए करता है, तो पहले उसे 7.3% की दर से ₹73,000 सालाना ब्याज मिलता था. लेकिन अब नई दर 7.2% होने के बाद उसे सिर्फ ₹72,000 मिलेंगे, यानी ₹1,000 का सालाना नुकसान. अगर वही एफडी दो साल की होती, तो पुरानी दर 7.5% के हिसाब से ब्याज ₹1,50,000 मिलता, जो अब घटकर 7.4% पर ₹1,48,000 हो जाएगा — यानी ₹2,000 का नुकसान.
बैंक ऑफ इंडिया ने भी घटाईं ब्याज दरेंबैंक ऑफ इंडिया ने भी एफडी रेट्स में बदलाव किया है. 91 से 179 दिन की एफडी पर अब 4.25% (पहले 4.5%) और 180 दिन से कम एक साल वाली एफडी पर 5.75% (पहले 6%) ब्याज मिलेगा. हालांकि, 1 साल की एफडी की दर बढ़ाकर 7.05% कर दी गई है, जो पहले 6.8% थी. BOI ने भी अपनी 400 दिन वाली हाई ब्याज दर वाली एफडी योजना बंद कर दी है.
नुकसानइसी तरह Bank of India (BoI) ने 180 दिन से लेकर एक साल तक की एफडी दरें 6% से घटाकर 5.75% कर दी हैं. अगर कोई ग्राहक ₹5 लाख की एफडी 1 साल के लिए करता है, तो पहले उसे ₹30,000 मिलते थे, लेकिन अब सिर्फ ₹28,750 मिलेंगे — ₹1,250 का सीधा नुकसान. यानी ब्याज दरों में मामूली कटौती से भी ग्राहकों की कमाई पर साफ असर पड़ता है, खासकर जब एफडी अमाउंट बड़ा हो और अवधि लंबी हो.
प्राइवेट बैंक भी पीछे नहींHDFC Bank, Bandhan Bank, Yes Bank और Equitas Small Finance Bank ने भी हाल ही में अपनी FD स्कीमें बदली हैं. HDFC बैंक की 35 और 55 महीने की FD पर पहले 7.35% और 7.4% ब्याज मिलता था, जिसे घटाकर अब 7% कर दिया गया है. उम्मीद है कि बाकी बैंक भी आने वाले हफ्तों में FD दरें कम कर सकते हैं.
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