Last Updated:July 06, 2025, 17:33 ISTप्रीपेमेंट से EMI की बचत तो होती ही है, साथ ही आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में भी यह एक पॉजिटिव सिग्नल बनता है. यह आपके कर्जदार के रूप में व्यवहार को दर्शाता है. हालांकि, अगर आपका क्रेडिट इतिहास छोटा है या आपने केवल ए…और पढ़ेंप्रीपेमेंट से क्या फायदा होता है. हाइलाइट्ससमय से पहले लोन चुकाने पर EMI का बोझ घटता है और स्कोर बेहतर होता है.पूरा लोन चुकाने के बाद NOC लेना और रिपोर्ट जांचना जरूरी है.स्कोर में सुधार दिखने में 30-60 दिन तक लग सकते हैं.
नई दिल्ली. अगर आपने कोई लोन समय से पहले चुका दिया है या चुकाने की सोच रहे हैं, तो आपके मन में एक सवाल जरूर आया होगा – इससे क्रेडिट स्कोर पर क्या असर पड़ेगा? अक्सर लोग मानते हैं कि लोन प्रीपेयमेंट (Prepayment) से सिर्फ ब्याज में बचत होती है, लेकिन हकीकत यह है कि इसका सीधा असर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट और स्कोर पर भी पड़ता है. ज्यादातर मामलों में ये असर पॉजिटिव होता है, लेकिन इसके कुछ नियम और अपवाद भी हैं जिन्हें जानना जरूरी है.
भारत में क्रेडिट स्कोर CIBIL, Experian, Equifax और CRIF High Mark जैसी चार एजेंसियां तय करती हैं. स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, और 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है. स्कोर बनाने में सबसे ज्यादा वजन आपकी EMI भरने की हिस्ट्री को मिलता है, उसके बाद क्रेडिट लिमिट के मुकाबले आपने कितना उधार लिया है (Credit Utilisation), आपके पास किस तरह के क्रेडिट प्रोडक्ट्स हैं, कितने समय से हैं और हाल ही में आपने नए लोन या कार्ड के लिए कितने आवेदन किए हैं — इन सब बातों का मिलाजुला असर स्कोर पर पड़ता है.
प्रीपेयमेंट करने से क्या फायदा होता है?
अगर आपने लोन आंशिक या पूरी तरह से चुकाया है, तो इससे आपका कुल बकाया कर्ज (outstanding loan) घटता है. यह आपके क्रेडिट उपयोग अनुपात (credit utilisation ratio) को भी कम करता है, जो आपकी वित्तीय सेहत का अहम संकेत माना जाता है. अगर आपने समय पर किस्तें भरी हैं और उसके बाद लोन बंद किया है, तो क्रेडिट रिपोर्ट में वह अकाउंट “Closed” दिखेगा, जो एक पॉजिटिव संकेत होता है.
कब असर पड़ सकता है उल्टा?
अगर आपके पास एक ही लोन था और आपने जल्दी ही उसे पूरा चुका दिया, तो क्रेडिट हिस्ट्री छोटी हो जाती है. इससे स्कोर में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन यह अस्थायी होती है. साथ ही, अगर आपकी लोन की किस्तें समय पर नहीं गई थीं, तो प्रीपेयमेंट से पुराना खराब रिकॉर्ड नहीं मिटेगा, लेकिन यह ज़रूर दिखेगा कि आपने आगे सुधार किया.
सभी लोन पर प्रीपेमेंट मुफ्त नहीं होता
RBI के नियमों के मुताबिक, फ्लोटिंग रेट वाले पर्सनल लोन पर प्रीपेयमेंट चार्ज नहीं लिया जा सकता. लेकिन अगर लोन फिक्स्ड रेट पर है या बिजनेस के नाम पर है, तो बैंक प्रीपेयमेंट फीस मांग सकते हैं. इसलिए लोन का एग्रीमेंट ध्यान से पढ़ें.
क्या स्कोर तुरंत बढ़ जाएगा?
नहीं, इसका असर तुरंत नहीं दिखता. बैंक हर महीने ब्यूरो को डेटा भेजते हैं, इसलिए स्कोर में बदलाव दिखने में 30 से 60 दिन का वक्त लग सकता है. साथ ही, आपका स्कोर केवल एक लोन से तय नहीं होता, बल्कि आपकी पूरी क्रेडिट हिस्ट्री से बनता है.
लोन चुकाने के बाद क्या जरूरी है?
लोन पूरा चुकाने के बाद बैंक से No Objection Certificate (NOC) ज़रूर लें. इसके बाद 1-2 महीने बाद अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जांचें कि लोन अकाउंट “Closed” दिख रहा है या नहीं. अगर कोई गलती हो, तो उसे तुरंत सही करवाएं ताकि स्कोर पर गलत असर न पड़े.
Jai Thakurजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ेंजय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ेंLocation :New Delhi,Delhihomebusinessलोन समय से पहले चुकाया? क्या पड़ेगा आपके क्रेडिट स्कोर पर असर
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